Dabra News : सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाली याचिका को अब संवैधानिक 5 सदस्य पीठ को सौंप दिया है। जिसके विरोध में कई हिंदू संगठन उतर आए हैं इसी को लेकर आज संस्कृति रक्षा मंच के तत्वाधान में अनेक हिंदू संगठनों ने एकमत होकर डबरा एसडीएम को महामहिम राष्ट्रपति और माननीय चीफ जस्टिस के नाम ज्ञापन सौंपकर समलैंगिक विवाह को विधि मान्यता ना देने का आग्रह किया है।
हिंदू संगठनों ने किया विरोध
संस्कृति रक्षा मंच महिला भार्गव समाज अध्यक्ष अंजलि भार्गव ने कहा कि सभी समाज के हिंदू संगठन सहित एसडीएम साहब को जो ज्ञापन सौंपा गया है इसमें कहा कि इस समय देश में समलैंगिक विवाह पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जो जल्दबाजी दिखाई गई है जिसको लेकर माननीय उच्च न्यायालय से आग्रह है कि जो उनकी संस्कृति नहीं बल्कि परिवार व्यवस्था है उसके ऊपर कुठाराघात ना किया जाए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की मानसिक विकृति के कारण जो हमारी सनातन परंपरा है उसके विरुद्ध कोई भी निर्णय ना लिया जाए।
उन्होंने कहा कि हम सब एक परिवार वादी विचारधारा वाले हैं जिसमें यह सब कुरीतियां समाज में है इनके कारण समाज और संस्कृति पर कोई आघात ना हो ऐसा वह आग्रह करती हैं जिसका वह सभी हिंदू संगठनों के साथ मिलकर संपूर्ण भारत वर्ष में पुरजोर विरोध करेंगे। इस मौके पर विशेष रूप से अंजलि भार्गव अध्यक्ष महिला भार्गव समाज डबरा कुक्की अग्रवाल अध्यक्ष संस्कृति रक्षा मंच, सुनील रावत सचिव संस्कृति रक्षा मंच, उमा चौबे, गहोई बस महिला मंडल की अध्यक्ष ममता कुचिया सहित आदि कई संगठनों की महिला पुरुष मौजूद रहे।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट