Dabra News : डबरा के रजिस्ट्रार कार्यालय में एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें एक दंपति ने रजिस्ट्रार और उनके कार्यालय में कार्यरत बाबू पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी रजिस्ट्री कराने के गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें कि पीड़ित दंपति ने रजिस्ट्रार कार्यालय के बाहर कई घंटे तक गुहार लगाई, जिस कारण वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
दंपति ने डबरा एसडीएम और तहसीलदार से शिकायत की, जिसके बाद फिलहाल रजिस्ट्री की प्रक्रिया रोक दी गई है। उन्होंने कोर्ट में भी प्रकरण भी दायर कर दिया है।
फरियादी ने लगाया ये आरोप
चक बीजपुर वार्ड क्रमांक 2 के निवासी पीड़ित कल्याण सिंह और उनकी पत्नी कुसुम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पांच बीघा पुश्तैनी जमीन बीजपुर वार्ड नंबर 2 में है। जिसका वर्तमान सर्वे नंबर 147, 148, 149 है, जो कि उनकी पुश्तैनी जमीन है और उसकी रजिस्ट्री भी उनके पास है, लेकिन जशपाल सिंह करनाल नामक युवक के द्वारा गलत दस्तावेज लगाकर उनकी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवाई जा रही है। दंपति का आरोप है कि रजिस्ट्रार और उनके बाबू महेंद्र ने रजिस्ट्री रुकवाने के लिए रिश्वत की मांग की। उनके पास इस रिश्वतखोरी की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है। साथ ही पीड़ित ने बताया कि वह बीते एक सप्ताह से रजिस्ट्रार कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी बात कोई नहीं सुन रहा।
रजिस्ट्रार ने कही ये बात
वहीं, रजिस्ट्रार से इस विषय पर बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि विवाद की स्थिति को देखते हुए रजिस्ट्री का स्लॉट कैंसिल कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने मीडिया को स्टॉल नंबर और रिश्वत की कॉल रिकॉर्डिंग पर टिप्पणी देने से इनकार कर दिया। बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब डबरा रजिस्ट्रार कार्यालय पर ऐसे आरोप लगे हैं। अब सवाल यह है कि अगर सभी दस्तावेजों की जांच रजिस्ट्री से पहले की जाती है, तो फर्जी रजिस्ट्री के मामले कैसे हो रहे हैं?
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट