सीएम के निर्देश के बाद प्रभारी मंत्री पहुंचे देवरान, पीड़ित दलित परिवार से की मुलाकात

Amit Sengar
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दमोह, आशीष कुमार जैन। दमोह (damoh) जिले के देवरान में हुए दलित परिवार के ट्रिपल मर्डर केस के बाद जहाँ देश भर में सनसनी चर्चाएं हैं वही इस हत्याकांड पर राजनीति भी गरमाई हुई है इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद 24 घंटे बाद दमोह के प्रभारी और प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने भी पीड़ितों से मुलाकात की।

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प्रभारी मंत्री राजपूत ने देवरान गांव पहुंचकर पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात की और घटना की वास्तविक जानकारी ली। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए मंत्री राजपूत ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें निर्देशित किया है जिसके बाद वह देवरान पहुंचे हैं। पीड़ित परिवार को सरकारी प्रावधानों के तहत 9 लाख रुपये की सहायता राशि दी जा रही है इसके अलावा मृतकों के क्रियाकर्म और घायलों के इलाज की व्यवस्था भी सरकार कर रही है।

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मंत्री राजपूत ने कहा कि दोषियों पर कार्यवाही की जा रही है और सरकार हर स्तर पर पीड़ितों के साथ खड़ी है। कल सामने आए सनसनीखेज तेहरे हत्याकांड के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है वहीं घटना के सात नामजद आरोपियो में से 4 आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। मौके पर पहुंचे कलेक्टर एस कृष्ण चेतन्य ने बताया कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और पीड़ितों को सहायता के साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ दिलाने की प्रक्रिया भी की जा रही है।

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दमोह के एसपी डी आर तेनिवार के मुताबिक ऐसी बाते सुनने में आ रही हैं कि आरोपी पक्ष पीड़ितों को डराने धमकाने का काम कर रहा है जो कि निराधार है, गांव में हथियारबंद पुलिस बल तैनात किया गया है और पीड़ितों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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