मध्य प्रदेश का दमोह जिला आए दिन मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। इसी बीच यहां से बड़ी खबर सामने आई है, जब प्रशासन का बुलडोजर एक्शन लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। कार्रवाई के दौरान प्रशासन और नगर पालिका की टीम भारी मात्रा में मौजूद रही।
बता दें कि प्रशासन ने गोकशी की वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। इस दौरान को तश्करों और माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है।

प्रशासन की कार्रवाई
दरअसल, प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई रविवार को न्यू दमोह के नजदीक सीता बावली इलाके में की गई। इस क्षेत्र में गौ तस्करों और माफियाओं ने राजस्व, वन विभाग और नगर पालिका की कीमती जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था। यहां बड़े पैमाने पर गोकशी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। जिसकी शिकायत मिलने पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए करीब 2 करोड रुपए की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। बीते तीन दिनों में यह आंकड़ा बढ़कर 7 से 8 करोड रुपए पहुंच चुका है।
शहर में तनाव का माहौल
कार्रवाई के दौरान कई जगहों पर ऐसे प्रमाण मिले हैं, जिससे यह पता चल रहा है कि बड़े पैमाने पर यहां गोवंश का कत्ल किया जा रहा था। इस जगह पर एक बड़ा रैंप भी बना था, जिसके जरिए पशुओं को ट्रक कंटेनर में चढ़ाया और उतर जाता था। बीते शनिवार को भी सीता बावली इलाके में अवैध कारोबार पर सख्त कार्रवाई की गई थी। लगातार प्रशासन द्वारा इस कार्रवाई के बाद शहर में तनाव का माहौल बन गया है।
अधिकारियों ने कही ये बातें
मामले को लेकर एसडीएम आर.एल. बागरी ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध गोकशी को खत्म करने के लिए की जा रही है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा ने कहा कि हमने सख्त कदम उठाते हुए इन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा ना हो। वहीं, दमयंतीपुरम तहसीलदार मोहित जैन ने बताया कि सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कर दिया गया है। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।
दमोह, दिनेश अग्रवाल