15000 रुपये की रिश्वत लेते सहकारिता अधिकारी रंगेहाथ गिरफ्तार, ऑडिट रिपोर्ट सही बनाने के बदले मांगी घूस

कार्यालय पहुँचने के बाद जैसे ही शिकायतकर्ता जीवन लाल पटेल ने ऑडिटर को रिश्वत की राशि 15,000 रुपये दी वहां छिपकर खड़ी लोकायुक्त की टीम कार्यालय में पहुंची और रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया।

Atul Saxena
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Lokayukta Action: भ्रष्टाचारियों पर लोकायुक्त पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है बावजूद इसके सरकारी कर्मचारी अधिकारी रिश्वतखोरी से बाज नहीं आ रहे, आज लोकायुक्त पुलिस ने प्रदेश में कई जगह कार्रवाई की, ग्वालियर, इंदौर और सागर में लोकायुक्त पुलिस ने घूसखोरों को रंगेहाथ रिश्वत लेते पकड़ा है।

सागर लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक दमोह जिले के सहकारी समिति खिरिया मड़ला के प्रभारी समिति प्रबंधक जीवन लाल पटेल ने एक शिकायती आवेदन उनके कार्यालय में दिया था जिसमें सहकारिता विभाग के ऑडिटर पर रिश्वत  मांगे जाने की शिकायत की गई थी।

ऑडिट करने और उसमें कोई आपत्ति नहीं निकालने के बदले मांगी रिश्वत 

आवेदन में कहा गया कि सहकारी समिति खिरिया मड़ला में ऑडिट करने और उसमें कोई आपत्ति नहीं निकालने के एवज में अंकेक्षण अधिकारी (ऑडिटर) सहकारिता विभाग दमोह रमेश प्रसाद कोरी द्वारा 20,000 रुपये रिश्वत की मांग की गई थी।

रिश्वत मांगे जाने का पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद लिया एक्शन 

आवेदन की जाँच के बाद रिश्वत मांगे जाने का पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस सागर ने ट्रेप प्लान की, आज 27 दिसंबर को इंस्पेक्टर पी एस बैन के नेतृत्व में उप पुलिस अधीक्षक बी एम द्विवेदी तथा लोकायुक्त स्टाफ की टीम ने तय समय पर कार्यालय सहायक आयुक्त सहकारिता, जिला दमोह पर रेड की।

रिश्वत लेते ऑडिटर रंगे हाथ गिरफ्तार   

कार्यालय पहुँचने के बाद जैसे ही शिकायतकर्ता जीवन लाल पटेल ने ऑडिटर को रिश्वत की राशि 15,000 रुपये दी वहां छिपकर खड़ी लोकायुक्त की टीम कार्यालय में पहुंची और रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया, लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया, एसपी योगेश्वर शर्मा ने लोगों से अपील की है वे सागर संभाग में भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत के लिए हेल्प लाइन नंबर 8435794333 पर फ़ोन कर सकते है।

15000 रुपये की रिश्वत लेते सहकारिता अधिकारी रंगेहाथ गिरफ्तार, ऑडिट रिपोर्ट सही बनाने के बदले मांगी घूस

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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