Damoh News : पुलिस थाना बन गया अनाज गोदाम, कारण जानकर हैरान रह जाएंगे आप…

चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ की जा रही है और दूसरी चोरियां भी खुलने की उम्मीद है।

Amit Sengar
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Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले का कोतवाली पुलिस थाना बीते तीन दिनों से अनाज गोदाम बना हुआ है, पुलिस जगह-जगह से अनाज की बोरियां लेकर आ रही है और कोतवाली थाने में रख रही है ये सब देखकर थाने में आने वाले लोग हैरान है कि आखिर ये पुलिस थाना है या फिर अनाज गोदाम? लेकिन जब थाने के गोदाम बनने की हकीकत पता चलती है तो मालूम चलता है कि ये अनाज रखा तो अनाज की गोदाम में ही था लेकिन गोदाम से चोरी हुआ अलग अलग दुकानदारों के यहाँ बेंचा गया और जब चोर हिरासत में आये तो फिर पुलिस इन अनाज की बोरियों को लेकर थाने आ रही है और अब पुलिस थाने में ही अनाज गोदाम की शक्ल ले ली है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल बीती 21 जुलाई को शहर के पथरिया फाटक रेलवे ब्रिज के पास बनी एक अनाज गोदाम के मालिक ने रिपोर्ट दर्ज कराई की उसकी गोदाम से 200 से ज्यादा बोरी चना और कुछ मसूर गायब है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की और अनाज की तलाश शुरू की। पुलिस का दावा है कि गोदाम में गिरे चने के दानों के सहारे उन्होंने इलाके के एक चोर को धर दबोचा और उसके पकड़े जाने के पर उसने तीन और साथियों के नामो का खुलासा किया। चोरों ने बताया कि ये अनाज उन्होंने एक दिन में नही बल्कि पूरे दो महीनों में सुकून से चुराया, रोजाना कुछ बोरी चना चुराते और बाजार में बेंच देते थे और इसकी तादात 200 बोरी से ज्यादा हो गई। आरोपियो ने जिन जिन खरीददारों के नाम और पते बताये पुलिस ने उन जगहो से चोरी गई चने की बोरिया जब्त की है। और इन्हें लाकर कोतवाली में रखा है। जब्त हुई पचास पचास किलोग्राम की ये 215 बोरिया है और इस अनाज की कीमत तकरीबन सात लाख रुपये है।

कोतवाली थाना प्रभारी आंनद सिह के मुताबिक चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ की जा रही है और दूसरी चोरियां भी खुलने की उम्मीद है।
दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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