Damoh News : जमीन विवाद को लेकर युवक की हत्या, आधा दर्जन लोग हुए घायल

Amit Sengar
Published on -
Two employees engaged in assembly duty died

दमोह,आशीष कुमार जैन। दमोह (Damoh) जिले में जमीनी विवाद और फिर हत्या के मामले थमने का नाम नही लें रहे हैं, एक तरफ पुलिस आरोपियों के कब्जों पर बुलडोजर चला रही है तो दूसरी तरफ इसी जिले की पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे है और पीड़ित पुलिस पर खुलकर आरोप लगा रहे हैं।

यह भी पढ़े…Government Job 2022 : यहाँ 6503 पदों पर निकली है भर्ती, जानें आयु-पात्रता, 14 नवंबर से पहले करें आवेदन

शनिवार की रात जिले के पथरिया थाने से रिपोर्ट कर गाँव वापस लौट रहे एक परिवार पर जानलेवा हमला हुआ जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हुए वही एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। दरअसल पथरिया थाने के किन्द्रोहों गाँव में जमीन पर कब्जे को लेकर शनिवार दोपहर दो पक्षो में विवाद हुआ जिसको लेकर दोनों पक्ष पुलिस थाने पहुंचे। एक पक्ष शिकायत कर वापस चला गया लेकिन दूसरे पक्ष की शिकायत दर्ज होने में पुलिस ने वक़्त लगाया और रात को ये पक्ष अपने गाँव वापस जा रहा था कि रास्ते मे फिर दस बारह लोगों ने मिलकर हमला बोल दिया। इस हमले में दो गंभीर घायल भाइयों को पथरिया में इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया जहां रविवार सुबह एक भाई गोकुल  विश्वकर्मा की मौत हो गई।

यह भी पढ़े…Indore: ये रिश्ता क्या कहलाता है फेम एक्ट्रेस Vaishali Takkar ने लगाई फांसी, कमरे से मिला सुसाइड नोट

युवक की मौत के बाद पीड़ित पक्ष के लोग पोस्टमार्टम हाउस में धरने पर बैठ गए और पी एम कराने से मना करने लगे। पीड़ितों ने पथरिया पुलिस थाने में तैनात एक सब इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं और न्याय की मांग करते हुये आक्रोशित हैं। पुलिस के आला अधिकरियो ने मामले को संज्ञान में लिया है वहीं फिलहाल पथरिया पुलिस मामले की जांच में जुटी है औऱ अब आरोपियों की तलाश करने टीम बनाये जाने की बात कह रही हैं। जिले में बेख़ौफ़ हो रहे लोगो की वजह से शांति व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News