दमोह : चुनाव में हारे प्रत्याशी ने बुलाई पैसे वापस मांगने के लिए पंचायत, जानें पूरा मामला

दमोह,आशीष कुमार जैन। मध्यप्रदेश में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव और उसमें जिला पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगते रहे हैं तो सूबे में बड़े पैमाने पर खरीद फरोख्त के आरोप लगते रहे हैं, मामला कहीं सिद्ध नही हुआ लेकिन अब दमोह से आई एक सनसनीखेज खबर ने इन आरोपों पर मुहर लगा दी है कि इन चुनाव में बड़े पैमाने पर खरीद फरोख्त हुई है।

बता दें कि इसका खुलासा दमोह (damoh) में हुई लोधी समाज की पंचायत में हुआ है जब लोधी समाज के लोग एक जिला पंचायत सदस्य से दूसरे सदस्य द्वारा दिये गए पैसों को वापस करने का दबाव बनाते रहे और ये सब प्रदेश सरकार द्वारा केबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के चेयरमेन राहुल सिंह के सामने हुआ है। दरअसल पूरा मामला कुछ इस तरह से है कि दमोह के जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए भाजपा से कांग्रेस में आये ऋषि लोधी की माँ जमना देवी  और कांग्रेस के नेता गौरव पटेल की पत्नी रंजीता पटेल के बीच मुकाबला हुआ और रंजीता ने अध्यक्ष पद के लिए जीत हासिल कर ली। लेकिन इसके पीछे की कहानी का खुलासा अब हुआ जब ऋषि लोधी ने साफ किया कि अध्यक्ष पद के लिए उन्होंने अपनी समाज यानी लोधी समाज के जिला पंचायत सदस्यों के लिए इकट्ठा किया था उनमें से एक दृगपाल लोधी थे।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”