Damoh News : इस समय पूरे देश में नवरात्रि का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। बता दें कि इन दिनों देवी दुर्गा के नौ रूपों की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। 9 दिन के बाद रावण का दहन कर दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। जिसके लिए लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे होते हैं, क्योंकि यह बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम ने लंका में इसी दिन रावण का वध किया था। तब से लेकर आज तक रावण दहन कर जीत का जश्न मनाया जाता है।
इसी बीच दमोह से बड़ी खबर सामने आ रही है, जब देवी प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, दशहरा के दिन होने वाले विसर्जन कार्यक्रम पर पुलिस द्वारा दुर्गा समितियों को बाउंड ओवर के नोटिस जारी किए गए थे। जिस कारण हिंदूवादी संगठन और देवी समितियों के सदस्य नाराज हो गए हैं।
देवी विसर्जन को लेकर विवाद
पुलिस ने हिंडोरिया कस्बे में दुर्गा प्रतिमाओं की समितियों के अध्यक्षों को नोटिस देकर जमानत कराने का आदेश दिया है। जिसके बाद देवी समितियों ने एसपी से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
पुलिस ने दिया था ये नोटिस
बता दें कि पुलिस ने 20 से अधिक समितियों के अध्यक्षों को यह आदेश है दिया कि अगर दशहरे के दौरान कोई गड़बड़ी होती है, तो उन्हें इसका जिम्मेदार माना जाएगा। साथ ही उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे समिति के सदस्यों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। जिसके विरोध में देवी विसर्जन न करने का फैसला लिया गया है। साथ ही प्रशासन से यह कहा गया है कि अब आगे का पूजा-पाठ और प्रतिमाओं का विसर्जन वह खुद करें। संगठन के लोगों का कहना है कि ये उनकी धार्मिक आस्था पर चोट है, जिसे बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा।
बैकफुट पर आई पुलिस
वहीं, विवाद बढ़ता देख पुलिस बैकफुट पर आ गई है। एसपी दमोह श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि पिछले वर्षों में हिंडोडिया में देवी विसर्जन को लेकर विवाद हुआ था, इसलिए कलेक्टर के निर्देश पर ये नोटिस जारी किए गए थे। हालांकि, अब कलेक्टर से इस आदेश पर पुनर्विचार करने को कहा गया है। पहले ही देवी समितियों से घोषणा पत्र भरवाए गए हैं। इसलिए कोशिश रहेगी कि सब शांति पूर्वक हो।
दमोह, दिनेश अग्रवाल