Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिला से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। जब फुटपाथ पर व्यापार करने वाली महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। जिसके बाद उन्होंने बीच बाजार में सड़क जाम कर कलेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बता दें कि प्रशासन द्वारा दिवाली के सीजन में दुकानों को हटाने का निर्देश दिया गया था।
महिलाएं दशकों से शहर के घंटाघर और मुख्य बाजार में दीपक, सजावटी सामान और पूजन सामग्री बेचती आ रही हैं। दिवाली के समय पर इनका व्यापार अच्छा चलता है। ऐसे में कलेक्टर ने फुटपाथ विक्रेता के लिए आदेश जारी कर दिया। जिसके तहत सभी को तहसील मैदान में जाकर दुकान लगाने की बात कही गई।
बढ़ रहा ट्रैफिक दबाव
शहर में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव को देखते हुए कलेक्टर ने एक फरमान जारी किया। जिसके अनुसार, फुटपाथ का बाजार हटाने के निर्देश दिए और इन महिला व्यापारियों को तहसील मैदान में जाने के लिए कहा गया है। ऐसे में जब राजस्व और नगर पालिका का अमला फुटपाथ के दुकानदारों को हटाने के लिए पहुंचा, तो हंगामा खड़ा हो गया। आदेश से गुस्साई महिलाएं दुकान छोड़कर सड़क पर आ गई और कलेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने रास्ता बंद कर दिया, जिससे ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ। साथ ही वहां का माहौल भी बिगड़ गया।
नायब तहसीलदार ने दी ये जानकारी
महिला दुकानदार ने कहा कि हम सालों से यहीं पर सामान बेचते आए हैं। अचानक हमें हटाने का आदेश सही नहीं है। इसके लिए हम राजी नहीं है। वहीं, मामले को लेकर नायब तहसीलदार रघुनन्दन चतुर्वेदी ने कहा कि शहर की व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। फिलहाल, हालातो को सामान्य करने के लिए कल इस विषय पर पून: चर्चा की जाएगी। किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया गया और प्रदर्शन खत्म कर आवागमन फिर से शुरू करवाया गया।
दमोह, दिनेश अग्रवाल