तमाम जागरूकता अभियानों और पुलिस की बार-बार की चेतावनियों के बावजूद साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिसका ताजा मामला मध्य प्रदेश के दमोह जिले के मड़ियादो थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां पाली निवासी एक युवक के बैंक खाते से 52 हजार रुपये निकाल लिए गए। युवक ने जैसे ही अपने खाते का बैलेंस चेक किया तो उसके होश उड़ गए। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़ित निमिराज राजपाल ने तत्काल मड़ियादो थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि कस्टमर केयर बनकर ठग ने बड़ी सफाई से उनसे जानकारी निकलवाई और कुछ ही मिनटों में पूरा खाता साफ कर दिया।
जानें पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, पीड़ित निमिराज राजपाल के पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले शख्स ने खुद को कस्टमर केयर का कर्मचारी बताया और कहा कि उसके भाई का मोबाइल सिम बंद है, जिसे चालू करना है। ठग ने झांसे में लेकर आधार नंबर, बैंक अकाउंट डिटेल और अन्य निजी जानकारी मांगी। भरोसा करके निमिराज ने सारी जानकारी दे दी। कॉल कटने के बाद कई घंटों तक सिम चालू नहीं हुई तो वह पास की दुकान पर गया और वहां से सिम रीस्टार्ट कराई। इसी दौरान उसने फोन-पे एप में बैलेंस चेक किया तो पाया कि उसके खाते से 52 हजार रुपये उड़ चुके हैं। खाते में पहले 52,300 रुपये थे, लेकिन अब मात्र 300 रुपये ही बचे।
एडिशनल एसपी ने दी जानकारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी सुजीत भदौरिया ने कहा कि इस प्रकार की वारदातों को साइबर सेल से ट्रैक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तकनीकी जांच के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि ठगी किस माध्यम से हुई और पैसे किस खाते या वॉलेट में ट्रांसफर किए गए हैं।
आम जनता से अपील
पुलिस अधिकारियों ने आम जनता को चेतावनी दी है कि किसी भी अनजान कॉल पर बैंक डिटेल, ओटीपी या आधार नंबर जैसी जानकारी बिल्कुल भी शेयर न करें। कस्टमर केयर या बैंक कभी भी इस तरह की व्यक्तिगत जानकारी फोन पर नहीं मांगते। ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करने की अपील की गई है।
दमोह, दिनेश अग्रवाल





