दमोह जेल के अंदर मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जयंती, जेलर ने कैदियों के साथ किया बरेदी नृत्य, देखें वीडियो

दमोह जिला जेल में जेलर सी.एल. प्रजापति ने कैदियों के साथ मिलकर महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई। इस दौरान उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

Damoh News

Damoh News : मध्य प्रदेश का दमोह जिला आए दिन मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। कभी यहां चोरी तो, कभी डकैती की घटनाएं हमेशा ही सामने आती रहती है। बदमाशों के हौसले इतने ज्यादा बुलंद है कि लोग अपने घर से निकलते ही खुद को असुरक्षित महसूस करने लगते हैं। दिनदहाड़े पुलिस को इनके द्वारा चुनौती मिलती रहती है। इसी बीच जिले से अनोखी घटना सामने आई है।

दमोह जिला जेल में जेलर सी.एल. प्रजापति ने कैदियों के साथ मिलकर महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई। इस दौरान उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

मनाई महर्षि वाल्मीकि जयंती

गुरुवार को देशभर में महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई गई। इसी क्रम में जिला जेल के अंदर भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां धार्मिक आयोजन हुए। कैदियों को रामायण और महर्षि बाल्मीकि जी के बारे में बताया गया, तो वहीं सांस्क्रतिक कार्यक्रम भी हुए। बंदियों की कलाकारी का प्रदर्शन चल रहा था। ऐसे में जेलर खुद को रोक नहीं पाए। दरअसल, कुछ बंदियों ने जब बुंदलेखंड अंचल का पारंपरिक बरेदी नृत्य पेश किया, तो पहले जेलर ने बरेदी गीत गाए और जब कारवां आगे बढ़ा, तो जेलर मैदान में आकर बंदियों के साथ जमकर नाचे।

जेलर ने दिया ये संदेश

जेलर के डांस के ये वीडियो सामने आए हैं, एक कलाकार की तरह पेंट, शर्ट और जैकेट पहनकर जेलर ने जब डांस किया, तो देखने वाले देखते ही रह गए। इस मौके पर जेलर प्रजापति ने महर्षि के जीवन से सीख लेने के साथ स्वक्षता के प्रति जागरूक होने की बात कही। इस दौरान कैदियों में अलग ही उत्साह देखने को मिला।

दमोह, दिनेश अग्रवाल


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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