On Basant Panchami Jageshwarnath Dham in Damoh : देश भर में आज बसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से स्कुलों और गली-गली में बच्चों के बीच उत्साह देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में 13वें ज्योतिर्लिंग की मान्यता प्राप्त दमोह जिले के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर धाम में भी आज श्रद्धालुओं का बड़ा सैलाब देखने को मिल रहा है। चारों धाम की यात्रा करने वाले भक्त यहां जरुर आते हैं। ब्रम्ह मुहूर्त में जागेश्वरनाथ धाम के कपाट खुलते ही भक्तों में जल अर्पण करना शुरू कर दिया।
जानें मंदिर का महत्व
बता दें कि बांदकपुर में विराजमान भोलेनाथ को आज के दिन जल अर्पित करने का विशेष महत्व बताया गया है। इसलिए यहां देश भर से आज के दिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। खास तौर पर नर्मदा नदी का जल भरकर कावड़िया यहां पहुंचते है। सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा। अनुमान है कि यहां आज के दिन 2 लाख के आसपास श्रद्धालु पहुंचेंगे। वहीं, सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यहां प्रशासन और पुलिस द्वारा कड़े इंतजाम किये हैं।
संस्कृत विद्यालय भी है स्थित
दरअसल, यहां प्रथम श्रीनाथ जी का स्वयंभू लिंग स्थित है। जागेश्वर नाथ भगवान का मंदिर दीवान बालाजी राव चंदोरकर ने 1711 में बनवाया था। मंदिर से 100 फुट की दूरी पर माता पार्वती की मनोहारी भव्य प्रतिमा स्थित है। इस मंदिर परिसर में यज्ञ मंडप, अमृत कुंड, दुर्गा मंदिर, काल भैरव मंदिर, राम जानकी-लक्ष्मण-हनुमान मंदिर, नर्मदा मंदिर, सत्यनारायण, लक्ष्मी और राधा कृष्ण मंदिर भी है। इसी क्षेत्र में मंदिर कार्यालय भी है, जहां संस्कृत विद्यालय भी स्थित है। साथ ही, मुण्डन स्थल और विवाह मण्डप भी है।
बता दें कि यह मंदिर रहस्यों से भरा हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यहां स्थापित शिवलिंग की चौड़ाई हर साल बढ़ती है। हालांकि, इसके पीछे का रहस्य अब तक पता नहीं चल पाया है।
दमोह, दिनेश अग्रवाल