दमोह, गणेश अग्रवाल। अमर शहीद हेमू कालानी की मूर्ति की स्थापना को लेकर गुरुवार की देर रात तक बवाल मचा रहा और तनाव के हालात बन गए। आखिरकार प्रशासन की कोशिश रंग लाई और दोनों पक्ष मान गए।
दरअसल सिंधी समाज के अमर शहीद हेमू कालाणी की प्रतिमा की स्थापना शहर के सिंधी कैम्प इलाके में एक सिंधी संस्था द्वारा ही की जा रही थी, जिसको लेकर प्रशासन ने किसी भी तरह की अनुमति नहीं दी थी। जबरन स्थापित की जा रही प्रतिमा को लेकर इसी इलाके के सिंधी समाज के लोगों ने ही विरोध किया तो हंगामे के हालात बन गए। जिस जगह पर शहीद की प्रतिमा लगाई जा रही थी वहां लोगों का रास्ता और घर है जिसे लेकर सिंधी समाज के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। तनाव के हालात देखते हुए पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश दी। देर रात तक चली बातचीत के बाद आखिरकार दोनों पक्षों में समझौता हुआ और फिलहाल जिले की सिंधी पंचायत को प्रतिमा सौंप दी गई। एक लिखित समझौते में तय किया गया है की सिंधी समाज विधिवत कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शहीद की प्रतिमा को ऐसी जगह स्थापित करेगी जहाँ कोई विवाद न हो।