Damoh News: दमोह जिले में एक ऐसी देवी माँ की प्रतिमा है, जो अपने आप में अनोखी है। माता की यह प्रतिमा बच्चे को गोद में लिए हुए है, और प्राचीन पाषाण से निर्मित है। लोगों की यह भी मानना है कि मां की इस प्रतिमा के सामने जो भी महिलाएं मन्नत मांगती हैं, उनकी गोद जरूर भरती है।
सैकड़ों वर्ष पुरानी है प्रतिमा
दमोह जिले के हटा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले खड़कपुरा गांव के चबूतरे पर बने छोटे से मंदिर में हिंगलाज माता की अद्भुत पाषाण की प्रतिमा विराजमान है। यह प्रतिमा बच्चे को गोद में लिए हुए है। माता की यह प्रतिमा सैकड़ों साल पुरानी बताई जा रही है। वर्षों से यह लोगों की आस्था का केंद्र भी बन चुकी है। यहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।
गाँव में नहीं है कोई निःसंतान
लोगों की यह मान्यता है कि इस गांव में कोई भी ऐसी महिला नहीं जो नि:संतान है। सभी की संताने हैं और यह माता का चमत्कार ही है।
प्रतिमा की फोटो नहीं खींचते ग्रामीण
गांव के बीचो-बीच चबूतरे पर एक छोटे से मंदिर में विराजमान माता की प्रतिमा की फोटो लेना प्रतिबंधित है। मोबाइल क्रांति के इस युग में स्थानीय गांव के लोग ना तो इनकी फोटो खींचते हैं और ना ही इनकी फोटो को अपने मोबाइल में रखते हैं। हालांकि बाहरी लोगों के लिए यह नियम शिथिल है।
नवरात्रि में बढ़ जाती है मंदिर की रौनक
नवरात्र के पर्व पर आसपास के गांव के लोग बड़ी संख्या में यहां पर आकर माता का न केवल दर्शन करते हैं, बल्कि अपनी मन्नत भी मांगते हैं। लोगों का कहना है कि माता की प्रतिमा और मंदिर में आने वाले हर एक भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है।
दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट