MP News: शादी के कार्ड में खुद को CM का निज सचिव छपवाना पड़ा युवक को महंगा, हुआ गिरफ्तार

Sanjucta Pandit
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MP News : मध्यप्रदेश के दमोह में एक अजीबो- गरीब मामला सामने आया है। जब पुलिस ने राज्य मुख्यमंत्री का निज सचिव बताने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। जिससे इलाके में सनसनी फैली हुई है। दरअसल, एक शादी के कार्ड के बाद ये हड़कंप मचा की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निज सचिव का ताल्लुकात दमोह से है। प्रदेश के सिविल वार्ड नंबर 3 में रहने वाले आकाश दुबे नाम के शख्स के यहां बहन की शादी थी, जिसके आमंत्रण पत्र में आकाश दुबे ने अपने नाम के आगे पद नाम लिखते हुए निज सचिव मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन लिखा।

MP News: शादी के कार्ड में खुद को CM का निज सचिव छपवाना पड़ा युवक को महंगा, हुआ गिरफ्तार

धोखाधड़ी का मामला दर्ज

शादी के कार्ड शहर में बांटे गए और इलाके के SP राकेश कुमार सिंह को भी आकाश ने आमंत्रण दिया। SP को ये बात कुछ हजम नही हुई और उन्होंने भोपाल स्तर पर पता किया तो मालूम चला कि इस नाम का कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री के स्टाफ में नही है। जिसके बाद खुद दमोह के SP ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को जांच के आदेश दिए तो मामला साफ हुआ। बता दें कि आकाश दुबे इस पदनाम का दुरुयोग कर रहा है जिसके बाद, उसे हिरासत में लिया गया। धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर आकाश को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।

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SP ने दी जानकारी

SP राकेश कुमार सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह का कृत्य आपराधिक श्रेणी में आता है। जिसके कारण मामला बनाया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी आकाश लंबे समय से इसी पदनाम का हवाला देकर इलाके में सरकारी अधिकरियो कर्मचारियों को बेवकूफ बनाता चला आ रहा है। फिलहाल, दमोह पुलिस इस बात को लेकर भी जांच में जुटी हुई है।

दमोह से आशीष कुमार जैन की रिपोर्ट


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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