पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अवैध हथियारों का जखीरा और उसके सौदागर को किया गिरफ्तार

दतिया, सत्येन्द्र सिंह रावत। पुलिस ने विधानसभा उपचुनाव के पहले ही अवैध हथियारों को बनाने बाली फैक्ट्री को जब्त कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुखबीर द्वारा सूचना मिली थी की ग्राम नयागांव के खेत में बड़े पैमाने में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री संचालित हो रही है। जिसको गंभीरता से लेते हुए घेरा बंदी करके पुलिस ने कुल 14 अवैध हथियार और बनाने बाले उपकरणों को भी जब्त कर लिया है। पुलिस ने 1 डबल बेरर की बंदूक, 315 बोर की बंदूक, 12 बोर की चार अधिया, एक315 बोर की अधिया, तीन 315 बोर के कट्टे, एक 12 बोर का कट्टा, दो 315 बोर की अधिया दो 12 बोर की अधबनी अधिया सहित अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री भी जब्त कर ली है।

अवैध हथियार बानने बाली फैक्ट्री पकड़ने बाली पुलिस टीम को 30 हजार रुपए के इनाम देने का प्रतिवेदन भी पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने आईजी चंबल को भेज दिया है।पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ के निर्देश पर धीरपुरा थाना प्रभारी यादवेंद्र सिंह गुर्जर आ. सतेन्द्र सिकरवार सहित पुलिस टीम की ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।