जिसका मुद्दा मीडिया टीम के द्वारा विगत दिनों प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था लेकिन उसके बावजूद भी विकास खंड शिक्षा अधिकारी सेवड़ा के कानों में जूं तक नहीं रेंगी और राज्य शासन के निर्देशों को खुलेआम चुनौती दे रहे कोचिंग संस्थान दिनदहाड़े कोचिंग संचालित कर रहे हैं।
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जिसमें ना तो कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने एवं बचाव के नियमों का पालन किया जा रहा है और ना ही बच्चों के द्वारा फेस मास्क वाह दो गज दूरी का भी पालन उनके संस्थानों में नहीं किया जा रहा है। इस तरह से उदासीन शिक्षा अधिकारियों की जुगलबंदी से लगता है। कोचिंग संस्थानों की ओर इनका ज्यादा लगाव है। जिसके चलते उन कोचिंग संस्थानों पर कार्यवाही करने की हिमाकत विकासखंड सेवढा अधिकारी मैं तो बिल्कुल नहीं है।
वही कोचिंग संस्थानों की बात करें तो 10* 20 के हॉल में 50 – 50 छात्र छात्राओं को एक साथ बैठाकर शिक्षण कार्य कराया जा रहा है और उनसे मनमानी फीस वसूली उनके द्वारा की जा रही है। यह शैक्षणिक संस्थान चलाने वाले कोई और नहीं है बल्कि शासकीय विद्यालयों में अतिथि शिक्षक के पदों पर पदस्थ शिक्षक शिक्षण कार्य करते नजर आ रहे हैं।
इन जगह संचालित होती है कोचिंग क्लास
सेवड़ा नगर में शासकीय एवं अशासकीय शिक्षकों व अतिथि शिक्षकों के द्वारा कक्षा पांचवी से लेकर 12वीं तक की कोचिंग क्लास अपने घरों में संचालित की जा रही हैं जो कि मुख्यता अंगद कॉलोनी, शंकर कॉलोनी, अनूप गंज, बजरिया मोहल्ला, नागिल मोहल्ला, सोनी मोहल्ला, हनुमान चौराहा व नाजिर की बगिया में राज्य शासन के निर्देश के विपरीत अवैध रूप से कोचिंग संचालित की जा रही हैं और छात्र-छात्राओं से मनमानी फीस वसूली का भी कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है।