सेवढ़ा, राहुल ठाकुर। मध्य प्रदेश (MP) के करीब 45 हजार विद्युत वितरण कंपनी के आउटसोर्स कर्मचारी (outsource staff) अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल (strike) पर आ गए हैं और सभी ने अपने कार्य का बहिष्कार कर दिया है। इस हड़ताल का असर प्रदेश के कई क्षेत्रों में देखने को मिला जिसमे सेवढ़ा केक कर्मचारी भी शामिल थे। सेवढ़ा (Sevdha) में कर्मचारियों ने हड़ताल के दौरान डिविजनल कार्यालय पहुंचकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और डीई उमेश शर्मा को एक सूचना पत्र सौंपा।
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विधुत वितरण केंद्र सेवढ़ा आउटसोर्स कर्मचारियों ने अपने सूचना पत्र के माध्यम से डीई को अपनी मांगों को लेकर अवगत कराया। पत्र में बताया कि निजीकरण, संविलियन और ऊर्जा मंत्री की वादा खिलाफी के कारन पूरे प्रदेशभर के आउटसोर्स कर्मचारी, स्टेशन ऑपरेटर, अनस्किल्ड कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर सभी पूर्ण रूप से हड़ताल पर चले गए।
हड़ताल जाने से पूर्व सभी कर्मचारियों ने जमकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला साथ ही जमकर नारेबाजी की। वहीं उमाकांत पारासर व सौरव खरे ने बताया कि हड़ताल अनिश्चितकालीन रहेगी जिसमे पूर्ण रूप से काम बंद रहेगा। और कर्मचारी ड्यूटी पर भी नहीं जाएगा। काम बंद हड़ताल के दौरान किसी भी स्थिति के लिए स्वयं सरकार जिम्मेदार रहेगी इस मौके पर मुख्य रूप से हड़ताल करने वालों में उमाकांत पाराशर, सौरभ खरे, रविंद्र सिंह यादव, विवेक श्रीवास्तव, प्रेम नारायण यादव, राम बिहारी तिवारी, आशीष मिश्रा, अब्दुल खान, विकास त्रिपाठी, कपिल सेन, रमेश विश्वकर्मा, शिवम शर्मा, सत्यम उदैनिया, कृष्णा यादव, रविकांत नरवरिया, राघवेंद्र बघेल, प्रदीप यादव, गिरीश झा समेत 4 दर्जन से अधिक अकर्मचारी लामबंद हड़ताल पर रहे।