सेवढा, राहुल ठाकुर। “गली गली में शोर है-सेवढा SDM चोर है” के नारों से सेवढा नगर की हर एक गली गूंज रही थी। मामला CM राइज स्कूल (CM Rise school) को सेवढा का ही हक है। उक्त मांगो को लेकर युवाओं ने जमकर SDM सेवढा के खिलाफ नारेबाजी की गई। युवाओं का आक्रोश CM राइज स्कूल को पुनः सेवढा लाने की मांग तो थी। साथ ही सेवढा एस डी एम अनुराग निंगवाल के अमानवीय व्यबहार से और अधिक आक्रोश में है। उन्होंने SDM सेवढा हटाने की मांग भी प्रारम्भ कर दी है। युवाओं का कहना है। जहां एक ओर सीएम शिवराज के एक निर्देश से आधिकरियो को घर घर जाकर योजनाओ के बारे में जानना है और यह SDM ज्ञापन तक लेने में भी अपना फायदा देखता है।
SDM कार्यालय अनुराग निंगवाल के आने के बाद भ्रष्टाचार कार्यालय बन गया है। यहां बिना पैसे के तो कोई भी काम नही किया जाता है और घण्टो इंतजार कराते है। आधिकरियो की हमे बिल्कुल भी जरूरत नही है। उक्त बात धरना प्रदर्शन पर युवाओ के मुंह से सुनी। सेवढा नगर बुधवार को सम्पूर्ण बंद रहा जिसके चलते युवाओं ने बाजार में दिनभर घूमे और देखते ही देखते जन सैलाब बढ़ता गया। युवाओं ने सुबह 7:00 बजे से बाजार एवं गली मोहल्ला में भ्रमण कर दुकानदारों से मांगे पूरी ना होने तक बाजार की दुकानें बंद रखने का आह्वान किया।
जिसके तारतम्य में सेवढा का बाजार बंद रहा और युवाओं ने बैनर बनाकर सेवढा SDM चोर है व सेवड़ा एसडीएम गधा है। जैसे नारों को गली गली मोहल्ले मोहल्ले नारी नारेबाजी कर घुमाया गया। सेवढा बस स्टैंड स्थित अंबेडकर पार्क पर धरना प्रदर्शन सुबह से प्रारंभ हुआ। धरना स्थल पर टेंट लगाकर छाया एवं पानी की उचित व्यवस्था दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन की तर्ज पर व्यवस्था की गई।
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पुलिस करती रही निगरानी
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए TI राजू रजक के निर्देशन में सेवढा अनुभाग थरेट, भुआपुरा व डीपार पुलिस बल सदर बाजार, बस स्टैंड पर तैनात रहा। वंही सब इंस्पेक्टर नीरज कुमार द्वारा मोबाइल वाहन से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई और धरना प्रदर्शन शांति ढंग से चलता रहा।
आंदोलनकारियों ने SDM बंगले और तहसील कार्यालय पर लगाये मुर्दाबाद के नारे
सेवढा एस डी एम बंगले व तहसील कार्यालय पर पर एसडीएम मुर्दाबाद एवं SDM चोर है के नारे जमकर लगाए एवं एसडीएम को सेवढा से हटाया जाए अन्य जगह पर भेजा जाए। आंदोलनकारियों ने कहा कि ऐसे अधिकारी सेवढा के लोगों की जरूरत को कभी पूरा नहीं कर सकते। जो केवल स्वार्थ के लिए ही अपना उल्लू सीधा करते हैं।