Indore News : इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में असामाजिक तत्वों से परेशान होकर फ्लैट में रहने वाले कुछ लोगों ने अपने मकान के बाहर घर बिकाऊ के पोस्टर लगा दिए थे। घटना सामने आने के बाद डीसीपी सहित पुलिस अधिकारियों ने क्षेत्र में जाकर लोगों से बात की तो पूरे ही मामले में बिल्डिंग में दो पक्षों के बीच विवाद का मामला सामने आया। हालांकि अब इस मामले को लेकर पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए डीसीपी ने एसआईटी का गठन किया है। अब इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र स्थित ट्रेजर टाउन कॉलोनी के सामने एबीसीडी बिल्डिंग मौजूद है। इस बिल्डिंग में कई लोग निवास करते हैं जिनमें से अधिकतर किराएदार भी हैं। दरअसल, पिछले दिनों रहवासी संघ के बिल्डिंग में चुनाव हुए जिसमें दो पक्षों में किसी बात को लेकर अभद्रता हो गई थी। उसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को बदनाम करने के लिए अपने फ्लैट के बाहर यह मकान बिकाऊ है कि पोस्टर लगा दिए। जब इस मामले को लेकर पूरी बात सामने आई तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और प्रारंभिक तौर पर जिन लोगों ने अपने घरों पर पोस्टर लगाए थे उनसे बातचीत।
ऐसे में क्षेत्रीय लोगों ने कहा था कि क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के द्वारा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही नशा तस्कर सक्रिय है और क्षेत्रीय पुलिस इस पूरे मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इस बात पर पुलिस का वरिष्ठ अधिकारी ने जांच की तो सामने वाला पक्ष पूरे मामले में शिकायत लेकर थाने पहुंचा। पक्ष द्वारा बताया गया है कि जिस व्यक्ति के द्वारा इस तरह से कानून को बदनाम किया जा रहा है। उनसे सोसाइटी में जो पिछले दिनों चुनाव हुए थे। उसको लेकर वह दुर्भावनापूर्ण इस तरह की हरकत को अंजाम दे रहे हैं।
इसके अलावा ये भी बताया गया कि सोसाइटी में विभिन्न तरह की मूलभूत सेवाएं भी मौजूद नहीं है। जिसमें कॉलोनी में लाइट पीने के पानी और सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हुए हैं। साथ ही बिल्डर ने भी कॉलोनी में किसी तरह के कोई विकास कार्य नहीं करवाए हैं। इसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए बिल्डर को नोटिस जारी कर बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरे लगवाए साथ ही पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
अब एसआईटी में एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व में राऊ थाने के थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी रहेंगे जो पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करेंगे। साथ ही जिस थाना क्षेत्र में यह पूरी बिल्डिंग मौजूद है उस थाने के किसी भी पुलिसकर्मी को इस टीम में शामिल नहीं किया जाएगा। डीसीपी का ऐसा मानना है कि यदि राजेंद्र नगर थाने के पुलिसकर्मियों को टीम में शामिल किया जाएगा तो विरोधा की स्थिति उत्पन्न होगी।
इतना ही नहीं ये भी कहा गया है कि यदि कोई पुलिसकर्मी राजनगर थाने पर तैनात है। वह इस पूरे घटनाक्रम में शामिल रहा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी ने ये भी कहा है कि पूरे मामले में लिखित तौर पर 2 शिकायतें आई थी। लेकिन वह भी व्यक्तिगत आपसी विवाद की थी फिलहाल इस पूरे मामले में एसआईटी जांच कर रही है और जल्द ही उसकी रिपोर्ट के आधार पर आने वाले दिनों में संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट