फलाहारी बाबा का 15वां पुण्य स्मरण मनाया गया, कोरोना गाइडलाइन के अनुसार हुआ पूजन

देवास, सोमेश उपाध्याय। शनिवार को जटाशंकर तीर्थ के ब्रहमलीन सन्त केशवदासजी त्यागी(फलाहारी बाबा) का 15वां निर्वाण उत्सव अत्यंत सादगीपूर्ण माहौल में मनाया गया। आयोजन में कोरोना महामारी गाइडलाइन का असर साफ असर गया। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद यह पहला वर्ष था जबकि आयोजन में श्रद्धालुओं की भागीदारी नगण्य रही। महंत बद्रीदासजी महाराज उपस्थिति में बटुकों ने पादुका अभिषेक किया और फलाहारी बाबा की स्मृति  में केशववृक्ष रोपित किया गया।

जलझूलनी एकादशी  पर ही बाबाजी ने देहत्याग किया था। देवनगरी अयोध्या में उन्होंने जन्म लिया था और विभिन्न देवस्थलों पर भ्रमण के बाद जटाशंकर महादेव मंदिर पर उन्होंने ठहराव लिया एवं यहां की अलौकिक शांति व सूक्ष्म संतों के वास से प्रभावित होकर उन्होने जटाशंकर को ही कर्मभूमि बनाया। वर्तमान में फलाहारी बाबा द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों के चलते जटाशंकर सर्वसुविधायुक्त धर्मस्थल है। उन्होंने हमेशा फलाहार ही किया लेकिन आमजन और श्रद्धालुओं के लिए अपना अन्नक्षेत्र सदैव खुला रखा।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।