बागली, सोमेश उपाध्याय। आगामी दिनों में MP के खंडवा लोकसभा सीट (Khandwa Lok Sabha seat) पर उपचुनाव होने है, इसके पहले खण्डवा संसदीय क्षेत्र (Khandwa By-election) से सांसद रहे बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नन्दकुमार सिंह चौहान के नाम हैदराबाद में एक बड़ी सौगात मिली है।यहां जीनोमिक्स रिसर्च सेंटर का नाम दिवगंत सांसद चौहान के नाम से किया गया है। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने हैदराबाद में खंडवा के दिवंगत सांसद नंदकुमार सिंह चौहान की स्मृतियों को समर्पित एनकेसी सेंटर फॉर गेनोमिक्स रिसर्च का वर्चुअली उद्घाटन किया।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने उद्घाटन समारोह से वर्चुअली जुड़कर सम्बोधित करते हुए कहा कि वे इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष जुड़ना चाहते थे, परन्तु आवश्यक बैठक होने के चलते कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ना पड़ा। इस सदी में जीनोमिक्स एक प्रमुख क्षेत्र होगा और स्वास्थ्य सेवा, कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई, उत्पादकता बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से लड़ने में बड़े पैमाने पर मदद करेगा। कोविड जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए जीनोम के उस हिस्से की पहचान की जा सकती है जो बार-बार नहीं बदल रहा है और इससे वैक्सीन के विकास में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि जहां सूचना प्रौद्योगिकी (IT) ने 1990 के दशक में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, वहीं 21वीं सदी में जीनोमिक्स एक प्रमुख क्षेत्र होगा और देश और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह देखते हुए कि भविष्य में जलवायु परिवर्तन एक बड़ी समस्या होने जा रही है, उन्होंने कहा कि जीनोमिक्स चुनौतियों से लड़ने में योगदान दे सकता है। उन्होंने यहां एनकेसी सेंटर फॉर जीनोमिक्स रिसर्च के उद्घाटन के अवसर पर एक वीडियो संदेश में कहा, “स्वास्थ्य और उपचार के साथ-साथ इसका उपयोग उत्पादकता बढ़ाने में भी किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के पूर्व (दिवंगत) सांसद नंदकुमारसिंह चौहान के नाम पर नामित एनकेसी केंद्र, कोविड जीनोम अनुक्रमण में काम करेगा और लोगों के जीवन को बचाने में मदद करेगा। सिंह ने आशा व्यक्त की कि केंद्र की स्थापना से अन्य देशों पर देश की निर्भरता कम होगी।सीएम शिवराज ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का सपना किसानो की आय को दोगुना करना है। इसके लिए नवीनतम खोजो और विकसित हो रही तकनीक को किसानो और खेतों से जोड़ना जरुरी है। एग्रीजीनोमिक्स ऐसा वैज्ञानिक क्षेत्र है जोकि अधिक उपज, कीट प्रतिरोधक क्षमता और फसल गुणवत्ता सुनिश्चित कर सकता है। एनकेसी सेंटर फॉर जीनोमिक्स रिसर्च मील का पत्थर साबित होगा।
इंदौर में होगी एशिया की सबसे बड़ी
लैब नुक्लियोम इंफॉर्मेटिक्स के प्रबंध संचालक डॉ दुष्यंतसिंह बघेल ने बताया कि इंदौर में 165 करोड़ की लागत से उनके संस्थान द्वारा एशिया की सबसे बड़ी जीनोमिक्स लैब स्थापित की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने भी इस कार्य में हरसंभव सहायता प्रदान करने की बात कही। डॉ बघेल ने यह भी कहा कि बघेल ने कहा कि एनकेसी केंद्र दिवंगत खंडवा सांसद की लोगों की अथक सेवा को श्रद्धांजलि है। “यह उनका निरंतर समर्थन और मनोबल बढ़ाने वाला था जिसने हमें उद्यम को सैन डिएगो (संयुक्त राज्य) में स्थानांतरित करने और भारत में इसे जारी रखने के विचार को छोड़ने के लिए प्रेरित किया। डॉ बघेल ने कहा, “हम जल्द ही आरएनए अनुक्रमण के डेटा का विश्लेषण करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल में भविष्य कहनेवाला जीनोमिक्स उत्पादों के अपने इन-हाउस DrSeq सूट प्रदान करना शुरू कर देंगे, हमें उम्मीद है कि इससे भारत में व्यक्तिगत / सटीक दवा की समझ और तेज में सुधार होगा।
क्षेत्र में उत्साह
सांसद चौहान के नाम मिली इस सौगात से क्षेत्रीय कार्यकर्ताओ में उत्साह के साथ हर्ष भी देखा गया।पूर्व मंत्री दीपक जोशी, विधायक पहाड़ सिंह कन्नौजे, भाजपा नेता पोपेंद्र सिंह बग्गा, मण्डल अध्यक्ष टिकेन्द्रप्रताप सिंह सहित भाजपा नेताओं ने खुशी जाहिर की।
कार्यक्रम में बेटे-दामाद भी हुए शामिल
कार्यक्रम में सांसद पुत्र हर्षवर्धन सिंह, दिवंगत सांसद चौहान के जमाई कुं जयदीपसिंह उदावत और चौहान के भतीजे सुजयसिंह चौहान व अन्य परिजन भी सम्मिलित हुए। कार्य्रक्रम से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राज्यसभा सांसद अजयप्रतापसिंह, भारत सरकार वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के विजयराघवन, केंद्रीय पशुपालन सचिव अतुल चतुर्वेदी भी वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सांसद पुत्र हर्षवर्धनसिंह चौहान की उपस्थिति में मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके की गई। मंच पर हर्षवर्धनसिंह, राजेंद्र गेहलोद, प्राणवीरसिंह बघेल, पदमश्री ज्ञान गांधी, राकेट साइंटिस्ट आर रेनॉल्ड,राष्ट्रीय प्रोफेसर नागेन्द्रकुमार, पद्मश्री डॉ अजय परिदा और यादवेंद्रसिंह झाला उपस्थित थे। नवीनतम खोजो और तकनीक को खेतो से जोड़ना जरुरी।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
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दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)