देवास/बागली,सोमेश उपाध्याय। देवास (dewas) में आज बुधवार को सभापति चुनाव के दौरान जमकर हंगामा हुआ।सुबह भाजपा कार्यालय पर मंत्री इन्दर सिंह परमार व पर्यवेक्षक द्वारा पार्षदों की बैठक ली गई।बैठक के बाद विधायक पुत्र विक्रम सिंह पँवार ने रवि जैन के नाम की घोषणा की।जैन के प्रस्तावक राजेश यादव व समर्थक मनीष सेन बने।चुनाव के दौरान मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर रौक लगा दी गई थी।इसके बाद अनाधिकृत लोगों व नेताओं के अंदर जाने और मीडिया को रोकने का मीडियाकर्मियों ने जमकर विरोध किया। गुस्साए पत्रकार गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
हालांकि पत्रकारों को समझाने व मनाने खुद प्रदीप सोनी को आना पड़ा।देवास के पत्रकारों ने SDM, निगमायुक्त, CSP, DSP को जमकर खरी-खोटी भी सुनाई। प्रशासन नेताओं के प्रवेश पर लाचार नज़र आया। पुलिस प्रशासन को भी मीडिया कर्मियों को रोकने पर जम कर आक्रोश झेलना पड़ा। पत्रकारों ने कवरेज का भी बहिष्कार कर दिया।
प्रशासन की दोहरी नीति पर पत्रकारों का कहना है कि जब राष्ट्रपति का चुनाव आम जन देख सकते है तो फिर निगम अध्यक्ष के चुनाव पर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर रोक क्यों। जबकि दूसरी तरफ अनाधिकृत नेताओ को आसानी से अनुमति दी जाती है।यह लोकतंत्र के साथ अन्याय है।वही कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने भी ट्वीट कर पत्रकारों का समर्थन किया।
रवि जैन बने सभापति : हालंकि चुनाव के बाद भाजपा प्रत्याशी रवि जैन देवास नगर निगम के सभापति निर्वाचित हुए। उन्हें कुल 40 पार्षदों के वोट मिले। निकटतम प्रत्याशी अनुपम टोप्पो को 6 वोट ही मिल सके।रवि जैन पैलेस के विश्वनीय माने जाते है।विधायक गायत्री राजे पंवार की निकटता का लाभ मिला।भाजपा का एक धड़ा महामंत्री राजेश यादव,मनीष सेन, धर्मेंद्र बेस व गणेश पटेल के नाम पर भी लगा हुआ था।परन्तु पैलेस का हाथ सभी नामो पर भारी पड़ा।