Dewas News : किसी ने बड़े ही कमाल की बात कही है कि हाथों में किस्मत की लकीरें होती हैं लेकिन किस्मत उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले में सामने आया है। जहां सतवास में पदस्थ दिव्यांग पटवारी आमीन मंसूरी ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर पैरों से लिख करट्रांसफर की अर्जी दी है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि जिले के सतवास में पदस्थ पटवारी आमीन मंसूरी के जन्म से ही दोनों हाथ नहीं है। आज आमीन मंसूरी कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। जहाँ उन्होंने स्थानांतरण की एक अर्जी ADM प्रवीण फुलपगारे के नाम अपने पैरों से लिखी। आमीन अपनी व्यक्तिगत परेशानियों के चलते सोनकच्छ स्थानांतरण चाहते हैं। इनका चयन करीब एक वर्ष पूर्व पटवारी पद पर हुआ था। इन्होंने पैरों से ही लिखकर पटवारी की परीक्षा भी पास की थी।
गौरतलब है कि आमीन मंसूरी देवास जिले के पीपलरावां के निवासी हैं। अमीन के जन्म से ही दोनों हाथ नहीं हैं और घर की आर्थिक स्थिति भी खराब थी। दोनों हाथ न होने के कारण बचपन से ही अमीन ने कई तरह की मुश्किलों का सामना करते हुए पटवारी की परीक्षा भी पास की।