मध्य प्रदेश के देवास जिले के बागली में कांग्रेस नेता और पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष विश्राम मंडलोई की हत्या का राज खुल गया है। इस केस का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया है कि मंडलोई का बेटा खुद की उपेक्षी की वजह से दुखी रहता था इसलिए उसने अपने पिता की हत्या कर दी। बता दे कि 4 अप्रैल सुबह खेत पर सोते समय किसी ने कांग्रेस के आदिवासी नेता विश्राम सिंह मंडलोई की हत्या कर दी थी
घटना 4 अप्रैल उदय नगर क्षेत्र में नीमन पुर गांव की है। पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष और आदिवासी कांग्रेस नेता विश्राम मंडलोई रात में खेत पर बने मकान के बाहर सो रहे थे। तभी हमलावरों ने उन पर धारदार हथियार से हमला किया। सुबह जब परिजनों ने उन्हें देखा तो वे मृत अवस्था में खून से लथपथ पड़े थे। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस शव को पीएम के लिए भेजा और अज्ञात पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी। इस दौरान पुलिस ने रिश्तेदारों , परिवार और पड़ोसियों के बयान भी दर्ज किए।इसके बाद पुलिस ने लगातार जांच की और केस का खुलासा कर दिया ।
पुलिस ने बताया विश्राम सिंह मंडलोई की दो पत्नियां थी। वह अपनी दूसरी पत्नी के बच्चों पर ज्यादा ध्यान देते थे।जिसके चलते वह खुद की उपेक्षी की वजह से दुखी रहता था। पहली पत्नी के बड़े बेटे महेंद्र से अनबन चल रही थी। रंग पंचमी के दिन भी उनका विवाद हुआ था। पहली पत्नी के बच्चे खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे।घटना वाली रात टिफिन देने के बहाने खेत पर जा कर देखा तो वहां नशे की हालत में पिता को सोया हुआ पाया, जहां महेन्द्र ने कुल्हाड़ी से पिता की हत्या कर घर चला गया था। पुलिस ने महेन्द्र के बयान दर्ज कर लिए है साथ ही कुल्हाडी और मोटर साइकिल भी जब्त की है।अब महेन्द्र को कोर्ट मे पेश किया जाएगा।