देवास/सोमेश उपाध्याय
पिछले कुछ दिनों से अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले प्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक जोशी की भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कई अहम सवाल खड़े कर रही है| जोशी ने पत्रकारों को दिए बयान में बताया कि उन्हें यह स्वीकार करने में कोई संकोच नही है कि राजनीतिक पार्टियां अपना विश्वास खो रही है| राजनीति में कथनी और करनी में बड़ा अंतर दिख रहा है। जनप्रतिनिधियों को इसे दूर करना चाहिए।
एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ द्वारा उनकी असंतुष्ठता व दिग्गज राजनेताओं से मुलाकात के सवाल पर जोशी ने कहा कि संतुष्ट व असंतुष्ट भाजपा में नही होते भाजपा में कहने का तरीका होता है| हम अपने बूथ लेवल के कार्यकर्ता से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक अपनी बात कह सकते है। यदि कोई कमी है तो अपने विचार शीर्ष नेतृत्व तक पहुँचाते है। जिस पर पार्टी विचार करती है| जोशी की इस मुलाकात के बाद उनके विरोधी सतर्क हो गए है| हालाँकि जोशी अपनी ताकत सीएम के समक्ष अपने पिता व प्रदेश के पूर्व सीएम कैलाश जोशी की जयंती समारोह में बता चुके है।