देवास/बागली।सोमेश उपाध्याय।
टूटते-बिखरते परिवारों के इस दौर में 54 सदस्यों के संयुक्त परिवार की कल्पना करना किसी अजूबे से कम नहीं है।बागली का उपाध्याय परिवार उन्ही में से एक है।परंतु परिवार के कुछ सदस्य रोजगार की तलाश में इंदौर सहित अन्य जिलों में निवास करने लगे।परन्तु लाकडाउन के कारण पिछले 2 माह से पुरा परिवार वर्षो बाद एक साथ जुटा है।परिवार के सभी सदस्यों का भोजन एक ही चुल्हे पर बन रहा है!परिवार की तीन पीढ़ियों को साथ देख घर के बुजुर्ग की खुशी का ठिकाना नही है।उपाध्याय परिवार भी खुशी के छण को भूलना नही चाहता।इसलिए परिवार में रोज नए आयोजन किए जा रहे है।हाल ही में मडर्स डे के अवसर पूरे परिवार की महिलाओ का पूजन कर सम्मान भी किया गया था।यहां जब सब लोग शारीरिक दूरी बनाकर खाना खाते हैं तो सारा आंगन भर जाता है। परिवार में हंसी ठिठौली होती है, जब सब अपनी कहानियां किस्से सुनाते हैं। परिवारजन बताते हैं कि कोरोना महामारी में पूरा परिवार एकजुट है। एक दूसरे को इस मुश्किल घड़ी में साहस दे रहा है, तथा इस लाकडाउन ने रिश्तों को और भी करीब ला दिया है।