जुनून : रेल टिकट न मिलने पर हवाई सफ़र कर दिल्ली और हैदराबाद से मतदान करने बागली पहुंचे युवा

युवा भारत के लोकतंत्र के वो उदाहरण हैं, जो अन्य लोगों को प्रेरित करते हैं जो मतदान दिवस को छुट्टी समझ कर अपने मत का प्रयोग करने से बचते है।

dewas news

Dewas News : लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को हुए मतदान में कुछ ऐसे लोग भी थे, जिन्होंने अपनी परिस्थितियों को दरकिनार करके अन्य प्रदेश से आकर मतदान करने का फैसला किया। यह युवा भारत के लोकतंत्र के वो उदाहरण हैं, जो अन्य लोगों को प्रेरित करते हैं जो मतदान दिवस को छुट्टी समझ कर अपने मत का प्रयोग करने से बचते है।

भाजपा नेता व कृषक मुकेश गुप्ता के पुत्र प्रियेश गुप्ता, ऋषभ गुप्ता को रेल का टिकट नहीं मिलने की स्थिति में दोनों भाइयों ने मतदान का महत्व समझते हुए दिल्ली व हैदराबाद से हवाई यात्रा कर बागली पहूँच कर सोमवार को अपने मत का उपयोग किया।वही देश के प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान फिजिक्स वाला में पदस्थ जनसंघ के वयोवृद्ध नेता रहे स्व.त्रिलोकचंद्र बड़ोला के पौत्र व बागली के बेटे इंजीनियर संयम बडोला अपने जाब से छुट्टी लेकर दिल्ली से बागली आए। तीनो युवा पीएम मोदी से प्रभावित दिखे।

उन्होंने कहा की पीएम मोदी के नेतृत्व में देश प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।आज देश वैश्विक पटल पर मजबूत और सशक्त बना है। उनका कहना है कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में हमारा एक-एक मतदान मायने रखता है। ऐसे में हमें अपने वोट के अधिकार को अवश्य निभाना चाहिए। मतदान करना हमारा कर्तव्य, दायित्व और जिम्मेदारी है। इससे भागना नहीं है बल्कि उत्साह के साथ निभाना चाहिए। इसी के साथ सेवानिवृत सैनिक आनंद कुमार व्यास,यूवा ब्रोकर पुनीत उपाध्याय,अभिषेक सिंह सिसोदिया,दीपक व्यास,सचिन राठौर आदि इंदौर व अन्य जिलों से केवल मतदान करने बागली पहुंचे।

देवास से सोमेश उपाध्याय की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News