देवास, सोमेश उपाध्याय। मध्यप्रदेश में गौ केबिनेट (gau cabinet) के गठन की घोषणा के तुरंत बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (former cm kamalnath) ने सीएम शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज ने 2018 के चुनाव में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा की थी। अब वे गौ केबिनेट की बात करने लगे। पूर्व सीएम के इस बयान के पलटवार में प्रदेश के कृषि मंत्री व गौ कैबिनेट के सदस्य कमल पटेल (kamal patel) ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज से चर्चा में कहा कि ‘कमलनाथ जी का यह बयान सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली’ वाला हो गया। उन्होने कहा कि ये नकली गौ-भक्त बनने की कोशिश करने लगे हैं, क्योंकि इनको समझ मे आ गया है कि हिन्दुओं का और गौ माता का विरोध करेंगे तो जनता में टिक नही पाएंगे।
कमल पटेल ने कहा कि यह वही कांग्रेस (congress) है जब हम गौ हत्या पर प्रतिबंध का कानून विधानसभा में अशासकीय संकल्प लेकर आए तो कांग्रेस ने व्हिप जारी किया और गौ-हत्या का कानून न बने इसके लिए वोट किया। यानी ये गौ-हत्या करवाना चाहते थे। भाजप की सरकार आने के बाद ही हमने गौ-हत्या पर प्रतिबंध लगाया। इसके साथ ही जब मैं राजस्व मंत्री था 2005 से 2008 तक तो में विधानसभा में हर पंचायत में गौशाला का विषय लेकर गया था ताकि किसानों को गोबर खाद मिले और हम जैविक खेती की और अग्रसर हों।इसलिए अब 23 हजार नई गौ शालाए बनेंगी और गौमाता की रक्षा होंगी। वहीं कमल पटेल से जब पूर्व सरकार द्वारा एक गाय पर मिलने वाली 20 रूपये वाली राशि 1.20 पैसे करने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इस पर हम पुनर्विचार कर रहे हैं।