MP News : मध्यप्रदेश के देवास जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। जहाँ सरकारी कामों में लापरवाही पर एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की गई है। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने 16 पटवारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। पूर्व में दो पटवारी और दो लिपिकों पर भी गाज गिरी है। फसल मुआवजा में धांधली करने पर कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है। साथ ही इनके बर्खास्तगी के आदेश आज ही जारी कर दिए है।
क्या है पूरा मामला
कलेक्टर ने बताया कि करीब 4 से 5 साल पहले फसल क्षति मुआवजा राशि वितरण में वित्तीय अनियमितता का यह घोटाला करीब डेढ़ करोड़ रुपए का था। किसानों की फसल मुआवजा राशि का पटवारियों और क्लर्कों ने बंदरबांट करके राशि को गबन कर लिया गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद जांच दल गठित किया गया और 35 पटवारियों और बाबुओं के खिलाफ जांच की गई। 2023 में 18 पटवारियों और दो क्लर्कों पर पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज किया गया। FIR होने के बाद 8 आरोपी तत्काल सस्पेंड कर दिए गए थे।
इन पटवारियों की हुई सेवा समाप्त
देवास कलेक्टर द्वारा 16 पटवारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। उनमें बंशीलाल डाबर, प्यार सिंह सोलंकी, अमित कुशवाहा, दिनेश सिसोदिया, दिलीप यादव, भैयालाल नरगावे, महेंद्र मंडलोई, नंदकिशोर शर्मा, अनिरुद्ध यादव, अनिल धुर्वे, रायसिंह देवड़ा, विकास सरोठिया, नवीन धीमान, अर्जुन वर्मा, रामोतार जोनवाल और अजय चौधरी शामिल हैं।
पूर्व में इन अधिकारीयों पर हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि वित्तीय अनियमितता पर पूर्व में पटवारी अनिल मालवीय तहसील टोंकखुर्द, पटवारी समरथलाल जांगडे तहसील टोंकखुर्द को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। तथा सहायक ग्रेड तीन तहसील कार्यालय कन्नौद राहुल कर्मा, सहायक ग्रेड तीन तहसील कार्यालय सोनकच्छ राहुल माली की भी सेवा समाप्त की गई।