Dindori – फर्जी जॉब कार्ड मामले में रोजगार सहायक निलंबित

Gaurav Sharma
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job card fraud in dindori

डिंडौरी,प्रकाश मिश्रा। डिंडौरी (Dindori )जिले के ग्राम पंचायत कनईसांगवा में फर्जी जॉब कार्ड (fake job card fraud) तैयार कर सगे संबंधियों के फर्जी मस्टररोल (fake masterroll) जारी करके राशि आहरण करने के मामले में रोजगार सहायक भारत सिंह बिलागर को पद से पृथक कर दिया गया है। गौरतलब कि पिछले लगभग छह महीने से ग्रामीणों (villagers) द्वारा रोजगार सहायक (Employment assistant) भारत सिंह बिलागर की मनमानी करने की शिकायत डिंडौरी कलेक्टर (dindori collector) सहित जनपद के अधिकारियों से करते हुए कार्रवाई करने की मांग की गई थी।

ग्रामीणों के द्वारा लगातार मिल रही शिकायत के बाद जांच में रोजगार सहायक (Employment assistant) की मनमानी और अनियमितताएं सामने आई थी, जिसके के बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डिंडोरी द्वारा रोजगार सहायक को पद से पृथक करने के आदेश जारी किए गए हैं। रोजगार सहायक के पद से पृथक होने के बाद उनके स्थान पर नजदीकी ग्राम घानाघाट के रोजगार सहायक को ग्राम पंचायत कनई सांगवा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

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फर्जी जॉब कार्ड तैयार कर निकाली गई राशि

ग्राम पंचायत कनईसांगवा में लंबे समय से रोजगार सहायक के द्वारा पंचायत में मनमानी की शिकायत मिल रही थी। रोजगार सहायक भारत सिंह बिलागर द्वारा रोजगार गारंटी में जमकर अनियमितताएं की गई, फर्जी जॉब कार्ड बनाकर रोजगार सहायक द्वारा 3,71,868 रूपए की फर्जी मस्टररोल जारी कर राशि निकाली गई।

जांच टीम के सदस्यों ने पाया कि रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के कार्यों में अनियमितताएं की गई तथा अपने सगे संबंधियों के फर्जी जॉब कार्ड तैयार कर मनमानी पूर्वक राशियों का आहरण भी किया गया। 8 अक्टूबर को मुख्य कार्यपालन अधिकारी डिंडोरी द्वारा रोजगार सहायक भारत सिंह बिलागर को निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं,उनके स्थान पर नजदीकी ग्राम धानाघाट के रोजगार सहायक ज्ञान सिंह चंदेल को गांव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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