जिले में इन दिनों रेत खदान के ठेकेदार और उनके गुंडों के दहशत से ग्रामवासी डरे और सहमे हुए हैं ।जब से रेत खदान में रेत की निकासी शुरू हुई है तब से रेत खदान के संचालक और उनके द्वारा रखे गए गुंडों ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। अनाधिकृत तरीके से दिन-रात बड़ी बड़ी मशीनों से रेत की अवैध निकासी को लेकर संबंधित विभाग और जिला प्रशासन से लगातार शिकायत की जा रही है किंतु रेत ठेकेदार की दबंगई के चलते पूरा प्रशासन बोना नजर आ रहा है।
सोमवार की दोपहर पूर्व कैविनेट मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी अमान सिंह पोर्ते, रेत खदान के आसपास की ग्राम पंचायतों के सरपंच और ग्रामीण बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचे जहां रेत ठेकेदार के गुंडों की मनमानी और दहशतगर्दी की शिकायत की। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि ग्राम दिवारी माल में रेत ठेकेदार द्वारा उनकी भूमि में बिना सहमति के बोई हुई फसल के ऊपर पोकलेन मशीन से रोड बना रहे हैं हम लोगों के द्वारा विरोध किए जाने पर ठेकेदार के गुंडों के द्वारा बंदूक की नोक दिखाकर जान से मारने की धमकी व जातिगत गाली गलौज दिया जाता है इतना ही नहीं इन लोगों के द्वारा रात्रि के समय गांव में घुसकर हमारी बहन बेटियों को भी गलत निगाह से देखा जा रहा है। शिकायत कर्ताओं ने लिखित शिकायत में कहा है कि रेत ठेकेदार के गुंडों के द्वारा यह भी कहा जाता है कि गांव का कोई भी आदिवासी अगर हमें परेशान किया तो जान से मार कर रेत में गड़ा देंगे ।ग्रामीणों ने ठेकेदार एवं उनके गुंडों के विरुद्ध जातिगत गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने के विरुद्ध आदिवासी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कराने की भी मांग की है।
जिला कलेक्टर को शिकायत देने ग्रामीणों के साथ पहुंचे पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे ने कहा कि यह हमारे अस्मिता की लड़ाई है किसी भी कीमत पर आदिवासी समाज इन गुंडों का अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेगा । पूर्व मंत्री ने कहा कि दिवारी रेत खदान में चल रही अवैध गतिविधियां खनिज विभाग के अधिकारियों सहित मीडिया और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी में है किंतु किसी भी के द्वारा इन दहशत गर्दो के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
बताया जाता है कि जिला कलेक्टर ने जांच टीम भेजकर जांच कराने की बात कही है अभी तक देखा गया है कि लगातार जांच के नाम पर बनाई जा रही टीमों का निष्कर्ष अभी तक तो बेअसर ही रहा है ठेकेदार की मनमानी लगातार जारी है।अब नई जांच टीम के क्या निर्णय सामने आते हैं।