दिग्गी के प्रति अविश्वसनीयता ठीक नही कमलनाथ जी : डॉ. मिश्रा

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा सीएम शिवराज सिंह से मुलाकात को लेकर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तंज़ कसा है।उन्होंने कहा कि कमलनाथ को दिग्विजय सिंह पर भरोसा नही होगा इसलिए उन्हें अकेले मिलने नही दिया। वैसे कमलनाथ जी की दिग्विजय सिंह के प्रति इतनी अविश्वसनीयता ठीक नही है ।

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गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सीएम से मिलने का समय दिग्विजय सिंह ने मांगा। डेढ़ महीने तक मिलने के लिए सभी जतन किये और जब मिलने का समय आया तो कमलनाथ साथ मे लेकर मिलने पहुँच गए। यह तो यही बताता है कि कांग्रेस के इन दोनों वयोवृद्ध नेताओं के बीच परस्पर विश्वास का अभाव है।

गृह मंत्री ने कहा कि यह अविश्वसनीयता दोनों की मित्रता पर भी प्रश्न चिन्ह लगाती है। वैसे सार्वजनिक रूप से तो यह दोनों अपनी मित्रता का दावा करते दिखते है लेकिन सच कुछ और दिख रहा है।

कांग्रेस को खत्म करने की सुपारी ली है दिग्विजय सिंह ने :

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के विचारों की तुलना जिन्ना से करने के सवाल पर गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने तो कांग्रेस को खत्म करने की सुपारी ली हुई है। यही कारण है कि वह इस तरह के बयान देते रहते है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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