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Sat, Dec 20, 2025

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के विरोध में सड़कों पर उतरे भोपाल AIIMS के डॉक्टर, आज भी जारी रहेगी 600 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल

Written by:Rishabh Namdev
Published:
आज AIIMS भोपाल के 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को हुई भयानक घटना के विरोध में हड़ताल पर चले गए हैं।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के विरोध में सड़कों पर उतरे भोपाल AIIMS के डॉक्टर, आज भी जारी रहेगी 600 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को हुई भयानक घटना के विरोध में आज, 16 अगस्त 2024, को AIIMS भोपाल के 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। दरअसल इस घटना ने न केवल कोलकाता, बल्कि पूरे देश के चिकित्सा समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, जिससे डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों में आक्रोश फैल गया है। बता दें कि हड़ताल का मुख्य उद्देश्य इस भयावह घटना के प्रति न्याय की मांग करना और अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग करना है।

हड़ताल का व्यापक असर

दरअसल AIIMS भोपाल में हड़ताल के कारण ओपीडी, ओटी, लेबोरेटरी सर्विसेज, और वार्ड ड्यूटी जैसी सभी सामान्य सेवाएं पूरी तरह से बंद हो गई हैं। हालांकि, मरीजों की आपातकालीन जरूरतों को देखते हुए एमरजैंसी सेवाएं चालू रखी गई हैं। वहीं हड़ताल के कारण अस्पताल की व्यवस्थाओं पर कोई विपरीत असर न हो, इसके लिए नर्सिंग स्टाफ और सीनियर डॉक्टरों ने जिम्मेदारी संभाली है। बावजूद इसके, अस्पताल की कार्यक्षमता पर गंभीर प्रभाव पड़ा है, जिससे मरीजों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

सड़कों पर उतरे डॉक्टर, निकाली रैली

वहीं AIIMS भोपाल के डॉक्टरों ने अपनी नाराजगी को केवल अस्पताल की सीमाओं तक सीमित नहीं रखा, बल्कि सड़कों पर उतरकर एक रैली भी आयोजित की। इस रैली में डॉक्टरों ने कोलकाता की घटना पर अपना विरोध जताया। इसके अलावा, डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेजों और हॉस्टलों की सुरक्षा को लेकर सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी अपील की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

पूरा मामला क्या है?

दरअसल 9 अगस्त 2024 को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक गंभीर घटना हुई, जिसमें एक महिला के साथ कथित रूप से बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। वहीं इस घटना ने चिकित्सा समुदाय को गहरे आघात में डाल दिया और देश भर में विरोध की लहर फैल गई। इसके बाद, मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के छात्र और रेजिडेंट पीजी डॉक्टर न्याय की मांग को लेकर सक्रिय हो गए हैं।

CBI के हाथों में जांच

वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपी गई है। CBI ने मामले की हर पहलू से जांच शुरू कर दी है और अब तक कई लोगों से पूछताछ की है। गुरुवार को CBI ने मृतक ट्रेनी डॉक्टर के तीन सहपाठियों से गहन पूछताछ की, जिसमें घटना की रात की परिस्थितियों और संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाई गई। इसके अलावा, CBI ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल सुरहिता पॉल को भी पूछताछ के लिए बुलाया है, ताकि घटना की हर बारीकी से जांच की जा सके।