आबकारी टीम की छापामार कार्रवाई में 07 लाख 16 हजार रुपये का महुआ लाहन एवं कच्ची शराब जब्त

बालाघाट, सुनील कोरे। जिले में आबकारी विभाग निरंतर कार्यवाही कर रहा है, जिसके तहत जंगलो, नालों के किनारे रखे गये महुआ लहान और घरों एवं बाहरी स्थान में रखी गई अवैध रूप से कच्ची शराब की धरपकड़ की जा रही है। 12 नवंबर को आबकारी विभाग ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 6 गांवो से 7 लाख 16 हजार रूपये का महुआ लहान और कच्ची शराब बरामद किया है। बालाघाट और वारासिवनी वृत्त के अंतर्गत ग्रामो में की गई आबकारी विभाग की यह सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। आबकारी विभाग ने जंगल की झाड़ियो में छिपाकर रखे अलग-अलग स्थानों 37 प्लास्टिक ड्रमों एवं 85 प्लास्टिक बोरियों भरे कुल 10 हजार 600 किलो ग्राम हाथ भट्टी कच्ची शराब बनाने के लिए तैयार महुआ लाहन और 40 लीटर हाथ भट्टी शराब जब्त की है।

बालाघाट जिले में अवैध मदिरा विनिर्माण, परिवहन एवं विक्रय की रोकथाम के लिए कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर चलाये जा रहे अभियान के तहत आज 12 नवंबर को जिला आबकारी अधिकारी विनोद खटीक के मार्गदर्शन में वृत बालाघाट में मुखबिर की सूचना के आधार पर जोधीटोला, उमर दोनी के जंगल के अंदर एवं वारासिवनी एवं खैरलांजी तहसील के ग्रामों में छापामार कार्यवाही कर 07 लाख 16 हजार रुपये की अवैध कच्ची शराब एवं महुआ लाहन जप्त किया गया है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।