MP News Today: भगवान राम की धार्मिक नगरी चित्रकूट में अधर्म का राज कायम होता जा रहा है। पहले यहां चोर डकैतों का बोलबाला था और अब रात के अंधेरे में चिता से तांत्रिकों द्वारा अस्थियां चुराने का हैरतंगेज मामला सामने आया है। पवित्र मंदाकिनी तट के शमशान घाट से तांत्रिक पिता पुत्र रात के अंधेरे में एक चिता से अस्थियां चुराते रंगे हाथों पकड़े गए हैं। मृतक के परिजनों ने दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया है ।
भगवान की नगरी में अनैतिकता
जानकारी के मुताबिक पवित्र मंदाकिनी नदी तट के शमशान घाट में देर रात सीतापुर निवासी तांत्रिक चुन्नीलाल केसरवानी और उसका पुत्र सौरभ केसरवानी चिता से मानव अस्थियां चुरा रहे थे। तांत्रिकों की करतूत मोबाइल कैमरे में कैद हुई है, ये दोनों चित्रकूट के रामघाट के पास सोने चांदी का कारोबार करते हैं और रात में तांत्रिक क्रिया के लिए चिताओं से मानव अस्थियां चुराने के गोरखधंधा करते है।
जानकारी के मुताबिक सीतापुर निवासी पं. विजय पाण्डेय की अचानक देहांत हो गया था। परिजनों ने मंदाकिनी नदी तट के शमशान घाट में मृतात्मा का अंतिम संस्कार किया था। रात में चिताओं से अस्थियों के चोरी होने की वारदात की जानकारी होने के चलते परिजन दूर से चिता की पहरेदारी कर रहे थे। बीती रात करीब 1:30 बजे काला कपड़ा पहने तांत्रिक चुन्नीलाल और सौरभ बाइक से यहां पहुंचे और मंत्रोच्चारण करने लगे। कुछ देर उन्होंने मानव अस्थियां समेटकर दो मटकीयो में भर ली। भनक लगते ही मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे और तांत्रिक पिता-पुत्र को दबोच लिया।
पोल खुलने के डर से ये हाथ पैर जोड़ने लगे लेकिन परिजनों ने इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित परिजनों ने बताया कि ये दोनों काफी समय से तांत्रिक क्रिया के लिए चिताओं से मानव अस्थियां चुरा रहे हैं। इन तांत्रिकों ने मानव हड्डियों के अनैतिक व्यवसाय से काफी पैसा कमाया है। कई बार पकड़े भी गए लेकिन पैसों के दम पर इनपर आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। धार्मिक नगरी चित्रकूट में पनप रहे मानव हड्डियों के हैरतअंगेज व्यवसाय से न सिर्फ धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी चित्रकूट की साख पर धब्बा लग रहा है, बल्कि चित्रकूट वासी भी तांत्रिकों के बढ़ते प्रकोप से भयभीत हैं।
सतना से पुष्पराज सिंह बघेल की रिपोर्ट।