जबलपुर, संदीप कुमार। कैंट क्षेत्र (Cant area) के सदर इलाके में देर रात ट्रांसफार्मर में हुई शार्ट सर्किट (Short circuit) के चलते भीषण आग लग गई। आग ने महज चंद मिनटों में ही करीब 4 से 5 दुकानों को अपने घेरे में ले लिया। आग इतनी विकराल थी कि 1 किलोमीटर तक आग की लपटें देखी जा सकती थी। इधर सूचना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत ही स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड (fire brigade) को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाना शुरू कर दिया।
ट्रांसफार्मर में हुआ शॉर्ट सर्किट
बताया जा रहा है कि आप की शुरुआत ट्रांसफार्मर में हुई शार्ट सर्किट से हुई थी। बिजली से हुई शार्ट सर्किट की चिंगारी पास स्थित साइकिल दुकान तक पहुंची और उसके बाद आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। साइकिल की दुकान के बाद आग जनरल स्टोर, स्पोट्र्स शॉप सहित अन्य दो दुकानों में पहुंच गई। देखते ही देखते आग सभी दुकानों में बढऩे लगी। इधर सूचना के बाद मौके पर पहुंचे करीब आधा दर्जन दमकल वाहनों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया, साथ ही मलबे हटाने के लिए जेसीबी का भी उपयोग दमकल विभाग ने किया।
दुकानों में रखा था जरूरत से ज्यादा सामान
फायर अधिकारी ने बताया कि जिन दुकानों में आग लगी थी उन दुकानों में क्षमता से अधिक सामान रखा हुआ था। यही वजह है कि आग को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दुकानों में रखा सामान आग से पूरी तरह से जल गया था। लिहाजा उन सामानों को बाहर निकाल कर आग बुझाने के लिए नगर निगम और दमकल विभाग ने जेसीबी का उपयोग किया, इधर सूचना के बाद कैंट थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
रक्षा मंत्रालय की फायर ब्रिगेड का भी लिया गया सहारा
सदर के गणेश चौक में लगी आग इतनी विकराल थी कि फायर ब्रिगेड के वाहनों सहित आनन-फानन में रक्षा मंत्रालय को भी सूचना दी गई। जिसके बाद जीसीएफ फैक्ट्री से करीब दो से तीन दमकल वाहन बुलवाए गए और आग बुझाने की कोशिश की गई। फिलहाल सुबह तक आग बुझाने का प्रयास लगातार जारी रहा, इसके साथ ही पुलिस ने दुकान संचालकों को भी इसकी सूचना दे दी थी।
नुकसान का आकलन नहीं हो पाया अभी
शॉर्ट सर्किट के चलते करीब 4 दुकानों में लगी भीषण आग से अभी तक कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि क्षमता से अधिक दुकानों में सामान रखा था, चूँकि दशहरा का त्यौहार था इसके चलते दुकान संचालकों ने अधिक माल अपनी दुकानों में रखा हुआ था। फिलहाल आग पर पूरी तरह से काबू करने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि दुकानों में रखे सामान की कीमत कितनी है।