डेस्क रिपोर्ट। अयोध्या कोतवाली पुलिस ने पंजाब नेशनल बैंक की असिस्टेंट मैनेजर श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस में मध्यप्रदेश के इटारसी के रहने वाले 2012 बैच के IPS आशीष तिवारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में FIR दर्ज की है। आशीष समेत तीन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया है। मृतक श्रद्धा ने फांसी लगाने से पहले अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसकी विवेक गुप्ता नाम एक शख्स के साथ शादी तय हुई थी, बाद में खुद उसने शादी से इंकार कर दिया था। श्रद्धा ने IPS आशीष तिवारी और पुलिस अधिकारी अनिल रावत को भी अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। शनिवार देर रात में पुलिस ने आशीष तिवारी, अनिल रावत, विवेक गुप्ता के खिलाफ FIR दर्ज की। आशीष तिवारी वर्तमान में SSF (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के इंचार्ज हैं। वे पहले अयोध्या में रहे हैं। वर्तमान में उनकी लखनऊ में तैनाती है। वहीं, अनिल रावत की तैनाती अयोध्या में ही है। आशीष को 2018 में दिल्ली में फिक्की द्वारा स्मार्ट पुलिस ऑफिसर्स सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। आशीष ने मिर्जापुर के नक्सल प्रभावित इलाके में महिलाओं के हित में कई सराहनीय कार्य किए हैं।
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दरअसल मृतका श्रद्धा गुप्ता ख्वासपुरा के PNB (पंजाब नेशनल बैंक) की शाखा में बतौर क्लर्क साल 2015 में जॉइन किया था। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुलतानपुर के PNB बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया। उसने बैंक के सामने विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में कमरा किराए पर ले रखा था। श्रद्धा यहां अकेली रहती थीं। 30 अक्टूबर शनिवार की सुबह दूध वाले ने श्रद्धा के कमरे का दरवाजा खटखटाया, अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर उसने मकान मालिक को खबर दी। मकान मालिक ने खिड़की से अंदर झांका तो श्रद्धा को दुपट्टे के फंदे पर लटकता हुआ देखा। शव के पास सुसाइड नोट मिला। अपने सुसाइड नोट में IPS अधिकारी आशीष तिवारी समेत तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। पिता का आरोप है कि विवेक अपने दोस्त से आशीष और अनिल रावत से बेटी को फोन कराकर परेशान करता था।
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2012 बैच के IPS आशीष तिवारी मूल रूप से मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले हैं। आशीष तिवारी ने 2007 में कैंपस सिलेक्शन के दौरान लंदन की लेहमैन ब्रदर्स कंपनी में सिलेक्ट हुए, जहां उन्होंने डेढ़ साल काम किया। इसके बाद उन्होंने जापान के नोमुरा बैंक में डेढ़ साल जॉब की। दोनों बैंकों में एक्सपर्ट एनालिस्ट पैनल में उनका सिलेक्शन हुआ था। उनकी सलाना सैलरी एक करोड़ रुपए थी। 2010 में आशीष ने वापस इंडिया आकर सिविल सर्विस की तैयारी की और 2011 में IRS इनकम टैक्स में उनका सिलेक्शन हुआ। 2012 में उनका IPS में सिलेक्शन हुआ। इसमें उन्होंने 219वीं रैंक हासिल की