इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (Indore) में अक्टूबर के महीने में कई वनकर्मियों के तबादले किए गए। ऐसे में तबादले के बाद भी वनकर्मियों ने अपने पुराने सरकारी मकान खली नहीं किए है। बताया जा रहा है कि वनमंडल से 40 वनकर्मियों का तबादला हुआ। जिसके बाद कई वनरक्षक व वनपाल ने मात्र 15 दिन के अंदर नई जगह अपने पद संभल लिए लेकिन अभी तक भी इंदौर के सरकारी घर खाली नहीं किए और नए घर आवंटित करवा लिए। जिसकी वजह से अब तनाव खड़ा हो गया है।
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क्योंकि अब दूसरे वनकर्मियों को घर की व्यवस्था नहीं मिल पा रही है और उन सभी को ठहरने में दिक्कत भी हो रही है। इतना ही नहीं इसी वजह से वनकर्मी अपनी ड्यूटी पर भी ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते और टाइम भी नहीं दे पाते हैं। इन सब हालातों को देख कर अभी वन विभाग द्वारा सूची बनाई गई है। जिसमें सरकारी मकान वालों के नाम जोड़े गए है। ऐसे में ये बात सामने आई है की दर्जनभर वनकर्मियों के पास दो-दो माकन आवंटित है।
इसको लेकर अब डीएफओ ने नोटिस देने की तैयारी भी कर ली है। जानकारी के मुताबिक, इंदौर, मानपुर, चोरल और महू रेंज में वनमंडल के 220 वनकर्मी जंगल में तैनात है। ऐसे में चालीस वनपाल, वनरक्षक और बीटगार्ड का तबादला अक्टूबर में ही हो गए था। इस वजह से आधे से ज्यादा को बाहर भेज दिया गया। वहीं कुछ को इंदौर और चोरन में शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन उसके बाद भी वनकर्मियों को रेंज में रुकने के लिए सरकारी आवास नहीं मिल पा रहे हैं।