Mahakal Mandir : मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। दूर-दूर से भक्त ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए आते हैं। रोजाना महाकाल बाबा की भस्म आरती में भी बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। वहीं पूरे विधि विधान के साथ बाबा की पूजा अर्चना की जाती है। उन्हें भांग, जल, भस्म आदि रोजाना चढ़ाई जाती है। ऐसे में आज जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया की सात सदस्यों की टीम ने महाकाल मंदिर में चढ़ाई जाने वाली सभी सामग्रियों के सैंपल लिए हैं।
जी हां, कहा जा रहा है कि हर साल महाकालेश्वर मंदिर के शिवलिंग का आकार घट रहा है। साथ ही शिवलिंग पर रोजाना कई सामग्रियां मलने से कई जगह क्षति हो रही है। इस वजह से आज जीएसआई की टीम द्वारा मंदिर में जांच की गई और भस्म, शिवलिंग पर चढऩे वाला जल और भांग के सैंपल लिए। अब इन सैंपल की जांच कर इसकी रिपोर्ट बना कर भोपाल में अधिकारीयों को सौंपी जाएगी।
ये है वजह
आपको बता दे, ये पहली बार नहीं है जब आर्केलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया की टीम मंदिर में आकर जांच के लिए सैंपल लिए। इससे पहले भी कई बार ऐसी जांच हो चुकी हैं। कई बार सामग्रियों के सैंपल लिए जा चुके हैं। गौरतलब है कि महाकाल मंदिर के शिवलिंगको हो रहे नुकसान को लेकर 2017 में सुप्रीम कोर्ट में केस चलाया गया था।
जिसके बाद आदेश जारी किए गए थे कि एएसआई और जीएसआई की टीम हर साल मंदिर में जाकर सभी सामग्रियों के सैंपल लेगी और जांच करेगी। जांच की रिपोर्ट कोर्ट को सौंपने के लिए कहा गया था। इसी के चलते इस साल भी टीम मंदिर में पहुंची और जांच कर सामग्रियों के नमूने लिए। अब उन नमूनों की लेबोरेटरी में टेस्टिंग की जाएगी उसके बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद उसे कोर्ट में सौपा जाएगा।