लोकायुक्त का एक्शन, 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते पंचायत सचिव गिरफ्तार

Atul Saxena
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गुना, संदीप दीक्षित। घूसखोरों के खिलाफ लगातार कार्यवाही कर रही लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Gwalior) ने आज बुधवार को फिर कार्यवाही करते हुए एक रिश्वतखोर (Bribe) पंचायत सचिव को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पंचायत सचिव देव नारायण शर्मा ने पाइप लाइन हैंड ओवर करने के लिए ठेकेदार अरशद खान से रिश्वत मांगी थी। ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने आरोपी पंचायत सचिव को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायत गोपालपुर में पाइप लाइन बिछाने का कार्य करने वाले ठेकेदार अरशद खान से गुना जनपद की गोपालपुर टकटैया पंचायत में पदस्थ सचिव देव नारायण शर्मा ने 5 प्रतिशत यानि 50 हजार रुपये की मांग की थी।  मामला 40 हजार रुपये में तय हो गया। ठेकेदार अरशद खान ने इसकी शिकायत 21 फरवरी को ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस  कार्यालय में की।

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ठेकेदार के मुताबिक पाइप लाइन को हैण्ड ओवर लेने के नाम पर पिछले 8 महीने से पंचायत सचिव उसे परेशान कर रहे थे और रिश्वत मांग रहे थे। शिकायत के बाद लोकायुक्त ने ठेकेदार को समझाइश दी और आज बुधवार को 40 हजार रुपये देकर पंचायत सचिव को देने के लिए भेजा। बुधवार को जैसे ही ठेकेदार अरशद खान ने पंचायत सचिव देव नारायण शर्मा को 40 हजार रुपये दिए वहां पहले से लोकायुक्त टीआई ब्रजमोहन सिंह नरवरिया की मौजूदगी में तैनात लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फिर पानी में उसके हाथ धुलवाए जिससे पानी का रंग गुलाबी हो गया।

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रिश्वत के लेनदेन की कार्यवाही गुना हनुमान चौराहे पर हो रही थी और वहीं पंचायत सचिव रंगे हाथ गिरफ्तार किये गए जिसके चलते चौराहे पर लोगों की भीड़ लग गई। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी पंचायत सचिव देव नारायण शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आशंका जताई जा रही है  कि पंचायत सचिव के जरिए ली जाने वाली रिश्वत का कुछ हिस्सा सरपंच तक भी पहुंचने वाला था।  लोकायुक्त इसकी जांच कर रही है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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