गुना/विजय कुमार जोगी
चंबल के बीहड़ों में कभी अपनी बंदूक का लोहा मनवाने वाले बागी डाकू रहे मलखान सिंह ने महाराष्ट्र में हुई संतों की निर्मम हत्या पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होने सवाल किया है कि प्रधानमंत्री आखिर कब संतों की हत्या और बहन बेटियों की इज्जत तार-तार होने से बचा पाएंगे। मलखान सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी सवाल किया है कि कोटा से मध्यप्रदेश के छात्रों को लाया गया लेकिन गरीब मजदूर जो बाहर फंसे हुए हैं उनके लिए प्रदेश सरकार ने कुछ नहीं किया है।
कोरोना को लेकर मलखान सिंह ने कहा कि कोरोना एक महामारी नहीं है बल्कि एक श्राप है जो कि संतों की निर्मम हत्या, गरीबों की दुर्दशा और बहन बेटियों के साथ हो रहे दुराचार के फलस्वरुप आई है।