Samvida health workers strike : नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने गुना और दमोह में झाड़ू लगाकर प्रदर्शन किया। आज इनकी हड़ताल का 12वां दिन है और इन्होने संविदा से मुक्ति हेतु झाड़ू लगाकर शासन से खिलाफ विरोध प्रदर्शित किया। बता दें कि प्रदेशभर में करीब 32 हजार स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं और इन्होने सरकार के सामने अपनी 41 सूत्रीय मांगें रखी हैं।
नियमितीकरण के साथ ये स्थायी कर्मचारियों के वेतन का 90 प्रतिशत दिए जाने की मांग भी कर रहे हैं, जिसकी घोषणा सरकार 2018 में कर चुकी है। इन्हीं मांगों को लेकर ये बेमियादी हड़ताल पर हैं और इस कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी चरमरा रही हैं। इनका कहना है कि सरकार को भी पता है कि संविदा शोषण वाली नीति है और वो इसे मान भी चुके हैं। फिर भी इनको नियमित नहीं किया जा रहा है। इनका कहना है कि इनके ऊपर समान कार्य की जिम्मेदारी है लेकिन सालों से ये संविदा पर बने हुए हैं। इन्होने कहा है कि अपनी मांगों को विरोध प्रदर्शन करते हुए ये सड़कों पर झाड़ू लगाने से भी नहीं हिचकेंगे।
इनकी मांगों मेंं आउटसोर्स और रोगी कल्याण समिति में कार्यरत कर्मचारियों को रिक्त पदों को समायोजित करने व विभागों में सीधी भर्ती से पदपूर्ति करना भी शामिल है। इसी के साथ ये भी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इनकी मांग है कि सीधी भर्ती में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को परिवीक्षा अवधि में 70-80-90 प्रतिशत वेतन की व्यवस्था समाप्त की जाए। इसी के साथ ननर्सेस और पैरामेडिकल स्टाफ को रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता देने की मांग भी शामिल है।