ग्वालियर, अतुल सक्सेना। 15 अगस्त से एक दिन पहले तिरंगा बदलने के दौरान महाराज बाड़े पर हुए क्रेन हादसे (Gwalior Crane Accident) में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब मालूम चला है कि फायर ऑफिसर ने जिस ड्राइवर को हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म (क्रेन) लेकर भेजा था वो मूलतः नगर निगम के ट्रैक्टर चलाता है। पुलिस ने एक शिकायत के बाद ड्राइवर और फायर ऑफिसर के खिलाफ गैर इरादतन ह्त्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिए है जबकि अभी फायर ऑफिसर की गिरफ़्तारी होना है।
महाराज बाड़े पर पोस्ट ऑफिस और नगर निगम के पुराने मुख्यालय भवन के ऊपर लगे राष्ट्रीय ध्वज को बदलने के बाद हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म अनलोड होते समय हुए हादसे (Gwalior Crane Accident) में नगर निगम के तीन कर्मचारियों की जान चली गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसका इलाज जारी है।
हादसे की जांच के लिए कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने एडीएम आईएएस आशीष तिवारी की अध्यक्षता में समिति बना दी है जो जांच कर रही है। उधर फौरी तौर पर भी बहुत खुलासे हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार महाराज बाड़े पर जब तिरंगा बदलने का कॉल आया तो फायर ऑफिसर उमंग प्रधान ने ट्रैक्टर चालक धर्मेंद्र वर्मा को हाइड्रोलिक क्रेन लेकर भेज दिया। चूँकि हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म (Gwalior Crane Accident)को चलाने के लिए एक ट्रेंड ड्राइवर की जरूरर होती है , जिसका अनुभव धर्मेंद्र के पास नहीं था, उसने ना तो क्रेन को सही जगह खड़ा किया और ना ही उसपर नियंतरण रख पाया , जिसक नतीजा ये हुआ कि तीन कर्मचारियों की जान चली गई।
उधर जिस कम्पनी की हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म (Gwalior Crane Accident) है उसके तकनीकी दल ने भी हादसे के बाद जांच में कहा है कि इस मशीन के जैक मेनुअल और कम्प्यूटराइज्ड दोनों सिस्टम पर काम करते हैं ड्राइवर ने मेनुअल का इस्तेमाल किया जबकि इतनी हाइट कम्प्यूटराइज्ड का इस्तेमाल होना चाहिए था।
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि घटना के बाद नगर निगम के एक कर्मचारी की शिकायत पर फायर ऑफिसर उमंग प्रधान और ड्राइवर धर्मेंद्र वर्मा के खिलाफ धारा 304 यानि गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया। ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि फायर ऑफिसर की गिरफ़्तारी शेष है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सामानांतर कई जांच चल रही हैं एक मजिस्ट्रेरियल जांच के आदेश भी हुए हैं। जांचों में जो भी तथ्य आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। ड्राइवर अनट्रेंड होने के सवाल पर एसपी अमित सांघी ने कहा कि ड्राइवर के पास हैवी व्हीकल ड्राइविंग लायसेंस है लेकिन वो हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म चलाने के लिए ट्रेंड था की नहीं ये जांच में पता चलेगा।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....