Gwalior News : सूनी रहेगी भाइयों की कलाई, सेन्ट्रल जेल में नहीं मनेगा रक्षाबंधन

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भाई बहन के अटूट रिश्ते और प्यार के रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का इन्तजार साल भर दोनों को रहता है, हालत कैसे भी हो बहन भाई की कलाई पर राखी जरूर बांधती है।  ग्वालियर सेन्ट्रल जेल में भी ये परंपरा बरसों से चली आ रही है।  लेकिन कोरोना के कारण पिछले दो साल से जेल में रक्षाबंधन नहीं मनाया जा रहा है  और इस बार भी जेल प्रशासन (Jail Administration) ने रक्षाबंधन निरस्त कर दिया है।

ग्वालियर सेन्ट्रल जेल (Gwalior central jail ) में रक्षाबंधन के मौके पर उत्सव जैसा माहौल रहता था, जेल में बंद कैदी भाइयों की कलाई पर  उनके माथे पर तिलक करने के लिए उनकी बहनें सेन्ट्रल जेल पहुँचती थी। रक्षाबंधन वाले दिन जेल में करीब चार से पांच हजार लोगों की भीड़ जुटती थी जिसके लिए जेल प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी होती थी।  लेकिन कोरोना काल के कारण सरकार ने 2019 से मध्यप्रदेश की जेलों में मनाया जाने वाला रक्षाबंधन पर्व निरस्त कर दिया।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....