छोटी बहन की तलाश करते जम्मू कश्मीर से ग्वालियर पहुंचा भाई, ट्रक ड्राइवर पर लगाया अपहरण का आरोप

करीब 15 दिन पहले एक लड़की को ट्रक ड्राइवर पुलवामा से बहला फुसलाकर ले गया, परिजनों ने जब उसकी तलाश की तो मालूम चला कि वो ग्वालियर का है फिर भाई ने लोकेशन ट्रेस की और हजारों किलोमीटर का सफ़र तय कर आज ग्वालियर पहुंचा, ग्वालियर पुलिस ने उसे भरोसा दिलाया है कि यदि आरोपी ग्वालियर का है और उसने अपराध किया है तो उसे सजा जरुर मिलेगी और उसकी बहन भी मुक्त होगी ।

Gwalior News : ग्वालियर में एसपी की जनसुनवाई में पूरे जिले से परेशान और पीड़ित लोग शिकायत लेकर पहुँचते हैं लेकिन आज एक आवेदक जम्मू कश्मीर से पहुंचा उसने कहा कि ग्वालियर जिले के रायरू का रहने वाला एक ट्रक ड्राइवर उसकी छोटी बहन को बहला फुसलाकर लेकर आया है, भाई ने बताया कि उसने जम्मू कश्मीर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है लेकिन बहन की तलाश में वो आरोपी ट्रक ड्राइवर की लोकेशन ट्रेस कर खुद ग्वालियर पहुंचा है, पुलिस ने आवेदन लेकर उसे मदद का भरोसा दिलाया है।

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में रहने वाला एक भाई उबेद अहमद अपनी 17 साल की छोटी बहन की तलाश करते करते ग्वालियर पहुंचा उसने जनसुनवाई में एक आवेदन दिया जिसमें उसने अपनी बहन को किडनेप किये जाने की शिकायत की है, भाई ने आरोप लगाया कि ग्वालियर में रहने वाला ट्रक ड्राइवर विशाल शर्मा उसे करीब 15 दिन पहले बहला फुसलाकर भगा लाया है।

बहन की तलाश में आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर भाई पहुंच गया ग्वालियर    

मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए उबेद अहमद ने कहा आरोपी विशाल ने उसकी बहन के एकाउंट में पैसे भी ट्रांसफर किये हैं ये उसे मालूम है उसने जम्मू कश्मीर पुलिस में बहन के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो उसने खुद तलाश शुरू की और फिर आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर खुद ग्वालियर पहुंचा है, उसने गुहार लगाई है कि आरोपी ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर उसकी बहन को मुक्त कराया जाये।

ग्वालियर पुलिस ने दिया कार्रवाई का भरोसा 

एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने मीडिया को बताया कि आवेदक जम्मू कश्मीर से आया है उसकी शिकायत के आधार पर पुरानी छावनी पुलिस को निर्देश दिए हैं और आवेदक द्वारा दी गई डिटेल दी गई है जल्दी ही आवेदक की बहन का पता लगाया जायेगा।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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