ग्वालियर। अतुल सक्सेना| इरफ़ान खान (Irfan khan) ने अपने फिल्मी सफर में कई फिल्में की, लेकिन डकैत पान सिंह तोमर (Paan Singh Tomar) को वे अपने जीवन के नजदीक मानते थे। उनके निधन के बाद पूरा देश दुखी है वहीं इरफ़ान के निधन पर पान सिंह के भतीजे बलवंत सिंह ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा मैंने फिल्म की शूटिंग के दौरान तीन महीने उनके साथ बिताए हैं हमने एक अच्छा इंसान खो दिया है।
पूर्व दस्यु पान सिंह तोमर के भतीजे बलवंत सिंह तोमर ने कहा कि इरफ़ान ने पान सिंह तोमर का जो किरदार परदे पर उतारा था वो आज भी लोगों के जहन में जिंदा है। पूर्व डकैत बलवंत सिंह तोमर ने कहा कि इरफ़ान खान हर किरदार को बहुत गहराई से निभाते थे। उन्होंने याद करते हुए कहा कि फिल्म पान सिंह तोमर की शूटिंग के समय तीन महीने लगातार वो इरफ़ान खान के साथ रहे थे। पान सिंह के रोल में इरफान ने जान डाल दी थी, ऐसे कलाकार के निधन से उन्हें बहुत दुख हुआ। उन्होंने बताया कि कई बार इरफ़ान उनके साथ एक थाली में खाना खाते थे। एक किस्सा याद करते हुए पान सिंह के भतीजे बलवंत ने बताया कि राजस्थान के बीहड़ में शूटिंग के दौरान एक बार असली डकैत लूट करने पहुंचे गए थे लेकिन तब भी इरफान नहीं डरे नहीं। पुरानी यादों को ताजा करते हुए बलवंत सिंह तोमर ने कहा कि वो मुझसे कहते थे कि तोमर साहब आप बागी हो डकैत तो पार्लियामेंट में मिलते हैं।
गौरतलब है कि सन 1981 में डकैत पान सिंह तोमर की गैंग का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। जिसमें अकेले उनके भतीजे बलवंत ही बच सके थे। 38 साल पहले 30 नवंबर 1982 को बलवंत ने आत्म समर्पण कर दिया था। 1993 में जेल से बाहर आने के बाद से बलवंत अब सामाजिक जीवन बिता रहे हैं। उनका कहना है कि इरफ़ान खान के निधन से उन्हें उनके चाचा पान सिंह तोमर के निधन के समान क्षति पहुंची है।
बलवंत का दावा, पान सिंह के बेटे से नहीं, उनसे ही लेते थे टिप्स
पूर्व डकैत बलवंत सिंह का दावा है कि फिल्म की पूरी शूटिंग के दौरान वो साथ रहे हैं। इरफान पान सिंह के बारे में बजाय उनके बेटे के, बलवंत से ही टिप्स लेते थे। दरअसल, इस फिल्म की शूटिंग बीहड़ों में आसान नहीं थी। जिस वक्त शूटिंग चल रही थी, तब भी चंबल में कई छोटे-बड़े डकैत गिरोह सक्रिय थे। संभव था कि वो यूनिट के लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी करते लेकिन चूंकि बलवंत यूनिट के साथ थे, लिहाजा कोई दस्यु गिरोह यूनिट का कुछ नहीं बिगाड़ पाया। बलवंत इस वक्त ग्वालियर में रह रहे हैं। फिल्म बनने के बाद उनका पैसों के लेन-देन को लेकर तिग्मांशु धूलिया के साथ कुछ मनमुटाव भी हुआ।