Gwalior में BJP की बड़ी बैठक, उम्मीदवारों के नाम पर मंथन, महापौर प्रत्याशी पर ये बोले वरिष्ठ नेता

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। BJP ने महापौर पद के तीन प्रत्याशियों के नामों को छोड़कर बाकी की घोषणा कर दी है।  ग्वालियर, इंदौर और रतलाम के नाम पर होल्ड हो जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में बेचैनी बढ़ गई है।  भोपाल से लेकर दिल्ली तक ग्वालियर (Gwalior News ) के नाम पर आम सहमति नहीं बन पाई है इस बीच ग्वालियर में भाजपा के बड़े नेताओं की बैठक पर सबकी निगाह जमी है।

संभागीय कोर कमेटी की बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया से जब मीडिया से ग्वालियर के नाम पर सहमति बनने में फंस रहे पेच पर सवाल किया  तो उन्होंने कहा कि भाजपा में बहुत महिला कार्यकर्ता सक्रिय हैं इसलिए मंथन चल रहा है उन्होंने कांग्रेस द्वारा पहले प्रत्याशी घोषित किये जाने पर कहा कि पहले घोषणा से कोई जीत  निश्चित थोड़ी हो जाती है।  उन्होंने ये भी कहा की जहाँ सामान्य पद है और सामान्य वर्ग का योग्य, जिताऊ उम्मीदवार है तो उसे ही उतारा जा रहा है जहां अपवाद होगा तो उस हिसाब से नाम तय होगा।

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ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने नाम घोषित होने में देरी पर कहा कि भाजपा में मंथन होता है, कांग्रेस प्राइवेट लिमिटेड पार्टी है वहां एक व्यक्ति को नाम तय करना है लेकिन हमारे यहाँ सब मिलकर विचार कर नाम तय करते हैं।  उन्होंने कहा कि जल्दी ही नामों की घोषणा होगी।

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आपको बता दें ग्वालियर में आयोजित संभागीय कोर कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए नेता आये हैं।  बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री अरविन्द भदौरिया , ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य नेता भी शामिल हो रहे है। बताया जा रहा है कि इस संभागीय कोर कमेटी की बैठक में  पार्षदों के नामों के साथ साथ ग्वालियर महापौर उम्मीदवार पर भी मंथन होगा।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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