ग्वालियर। अतुल सक्सेना।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद अनूप मिश्रा ने पार्टी छोड़ने की मंशा रखने और पार्टी छोड़कर जाने वालों पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा जो जा रहे हैं वे कूड़ा करकट हैं, अच्छा है पार्टी की गंदगी साफ हो जायेगी। गौरतलब है कि अनूप मिश्रा का ये बयान ग्वालियर के वरिष्ठ भाजपा नेता जय सिंह कुशवाह की कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच आया है इसलिए इसे उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
अपनी बेबाकी के लिए चर्चित भाजपा के दिग्गज नेता अनूप मिश्रा ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के लोगों पर तल्ख टिप्पणी की है। ग्वालियर में चुनिंदा पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मंत्री अजय विश्नोई द्वारा सवाल उठाये जाने पर अनूप मिश्रा ने कहा कि पार्टी का ना विचार बदला है ना मुद्दे, हमारी विचारधारा वही है। हमारा एजेंडा वही है, राम मांडूर निर्माण,, तीन तलाक, कश्मीर कुछ नहीं बदला। लेकिन कई बार कुछ लोगों के मन में चिंता होना स्वभाविक है और हुई। अजय विश्नोई मुझसे बड़े हैं, सीनियर हौं, उनके मन में आया कि कहीं विचार गड़बड़ा ना जाये, लेकिन पार्टी अपने विचार के कारण ही जीवित है। पार्टी कभी विचार नहीं छोड़ेगी। नई बहू जब आती है तो वो परिवार के विचार से संस्कार में समाहित हो जाती है, ये नये दूल्हे आ रहे हैं ये भी परिवार में समाहित हो जायेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा से जब अटल जी द्वारा कहीं गई बात कि मंडी लगी हुई थी लेकिन हमने खरीदारी नहीं की भले ही सरकार कुर्बान हो जाए, याद दिलाई गई तो अनूप मिश्रा ने कहा कि कि सरकार बचाने हम नहीं गए। हम सरकार में रहकर यदि ये काम करते तो आप कहने के हकदार थे। हमने मंडी नहीं लगाई। उन्होंने कहा हम आना चाहते हैं, हमने कहा त्यागपत्र देना होगा, उन्होंने दे दिया, हम उन्हें चुनाव लड़ा रहे हैं इसमें गलत क्या है?
मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर अनूप मिश्रा ने कहा कि मैंने बहुत दिनों से मुरैना जिले की किसी भी विधानसभा में कदम ही नहीं रखा, एक लक्ष्मण रेखा खींच रखी है मैंने। और यदि पार्टी कहेगी तो मैं आदेश का पालन करेगा, मैंने कभी पार्टी का आदेश नहीं टाला। उन्होंने कहा कि मैं एक योद्धा हूँ और एक योद्धा जब प्रोपर युद्ध में उतरता है तो फिर पीछे नहीं हटता उसे प्रसन्नता होती है कि वो दस पांच को धराशायी करके ही लौटेगा।
कांग्रेस द्वारा भाजपा के नेताओं को तोड़कर चुनाव में उतारने के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि मैंने बहुत पहले ही सज्जन वर्मा और कई नेताओं से कहा है कि कांग्रेस के पास कैंडिडेट ही नहीं है वो भाजपा से ही तोड़ेगी। और जो हमारे यहाँ से जा रहे हैं मैं ऐसा सोचता हूँ कि वे कूड़ा करकट हैं। पार्टी ने तो उन्हें सम्मान दिया। किसी को साडा अध्यक्ष बनाया किसी को कुछ और। अच्छा है ये कूड़ा करकट बाहर हो जाए तो पार्टी की गंदगी बाहर हो जायेगी। जब उनसे ये पूछा गया कि इसी कूड़ा करकट के सहारे कांग्रेस जीत का दावा कर रही है तो पूर्व मंत्री ने कहा कि वे बताएं कि संभाग कि 16 सीटों में से कांग्रेस कितनी जीत रही है हम तो सभी जीतेंगे है। गौर तलब है कि अनूप मिश्रा ने साडा के पूर्व अध्यक्ष जय सिंह कुशवाह का नाम नहीं लिया लेकिन जय सिंह कुशवाह की पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से मुलाकातों के बाद आये अनूप मिश्रा के कूड़ा करकट वाले बयान को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है। इतना ही नहीं अनूप मिश्रा ने उदाहरण में भी साडा का अध्यक्ष बनाये जाने का जिक्र किया। बहरहाल मीडिया ने जब अनूप मिश्रा से ये सवाल किया कि क्या आपसे भी कांग्रेस संपर्क में है तो वे इसे अंदर की बात कहते हुए मुस्कुराकर आगे बढ़ गए।